पटना: चारा घोटाला के सबसे बड़े मामले में दोषी करार दिए गए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को लेकर उनके साले साधु यादव ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा है कि वे न्यायपालिका का सम्मान करते हैं, लेकिन उम्र, स्वास्थ्य को देखते हुए उन्हें राहत मिलनी चाहिए थी। साधु यादव ने इस दौरान कहा कि लालू जी के ईर्द-गीर्द रहने वाले लोग ही उन्हें फंसा रहे हैं। वे लोग ही नहीं चाहते कि वे जेल से बाहर रहें।
एक पोर्टल से बात करते हुए पूर्व सांसद ने कहा कि लालू प्रसाद छोटे-मोटे आदमी तो हैं नहीं। देश-दुनिया में उनका नाम है। जहां खड़ा हो जाते हैं, उन्हें सुनने और देखने के लिए हजारों लोग जुट जाते हैं। लेकिन उनके अगल-बगल जो लोग रह रहे हैं उन लोगों की सोच ही मर गई है। देश में कई सारे घोटाले हुए, लेकिन जो शिकायतकर्ता थे उन लोगों ने ही एफीडेविट दे दिया था। सारे लोग बरी हो गए। लेकिन लालू प्रसाद के साथ जो हो रहा है यह उन्हें मक्खन लगाने वालों की साजिश है। वे चाहते ही नहीं कि वे बाहर रहें। वे लालू जी से उल्टा-पुल्टा बयान कहवाकर उन्हें फंसा रहा है। उन्हीं के मुंह से बयान दिलवाया जा रहा है। जो ज्यादा मक्खनबाजी कर रहा है वह आपको फंसा रहा है। उनपर अंधविश्वास नहीं करें।
लालू प्रसाद को फंसाने के आरोपों पर साधु यादव ने कहा कि भाजपा-जदयू की जो बात उठ रही है तो एचडी देवगौड़ा कौन थे। जदयू के थे कि भाजपा के। वे तो जनता दल के थे। उस समय लालू जी राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। तब ये घटना घटी। नरसिम्हा राव के समय केस उजागर हुआ था। लालू जी ने ही फोन कर अधिकारियों को केस उजागर करने को कहा था। लेकिन लालू जी को कौन लोग फंसा रहा है जो दिन रात उनके पास रहकर उल्टा-पुल्टा पट्टी पढ़ा रहा है। वही लोग फंसा रहे हैं बावजूद उनलोगों पर वे अंधविश्वास में पड़े हैं। जरूरत पड़ने पर वे उनके साथ खड़े रहेंगे, इस बात पर साधु यादव ने कहा कि समय और परिस्थिति क्या करवा देता है यह तो नहीं बता सकते।