परवेज अख्तर/सिवान : सरयू अब अपने उफान पर है। वर्तमान समय में यह खतरे के निशान से चार सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। इस कारण गुठनी के आधा दर्जन से अधिक गांव के निचले इलाकों में सरयू के पानी ने डेरा जमाना शुरू कर दिया। इस कारण अब लोगों में दहशत का माहौल है। वहीं पानी के निचले इलाकों में प्रवेश करने के बाद अब प्रशासन भी सकते में है और लगातार नजर बनाए रखे हुए है। सरयू के बढ़ते जलस्तर से ग्यासपुर, तिरबलुआ,श्रीकालपुर, खरौली, पांडेयपार, मैरीटार गांव के निचले इलाकों में पानी प्रवेश कर गया है और खेत पानी में डूब गए हैँ।जबकि बलुआ, खड़ौली, योगियाडीह, गुठनी, गोहरूआर सहित दर्जनों गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और बैराजों से पानी छोड़ने के चलते मैदानी इलाकों के नदियों में बाढ़ की स्थिति और भयावह हो गई है। जानकारी के मुताबिक सरयू नदी का निम्न जलस्तर 60.36 घनसेंटी मीटर है जो वर्तमान समय मे 64.56 घन सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। यूपी के चित्रकूट और गिरजा बैराज से लगातार पानी छोड़ने से यह स्थिति उत्पन्न हुई है। बाढ़ विभाग की मानें तो विगत तीन और चार दिनों तक पानी की स्थिति बिल्कुल सामान्य थी। अचानक गिरजा बैराज के गेट संख्या 12 और 13 को खोलने से नदियों के जलस्तर बढ़ गया।
गुठनी निचले इलाकों घुसा सरयू का पानी
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