पटना: गया के चंदौती थाना क्षेत्र के एक गांव में गुरुवार की देर रात घर में सोई बच्ची को तीन दरिंदे उठाकर गांव में स्थित एक मध्य विद्यालय परिसर में ले गए। वहां बच्ची के साथ घिनौना कार्य किया। इसके बाद बच्ची को अचेत छोड़कर वहशी फरार हो गए। बच्ची को एएनएमएमसीएच में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत खराब बनी हुई है। फिलहाल पुलिस दो युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
माता-पिता के साथ सो रही थी बच्ची
जानकारी के अनुसार सात वर्ष की बच्ची माता-पिता के साथ घर में सोई थी। उस घर में दरवाजा नहीं था। देर रात बच्ची को उठाकर तीन युवक बाहर ले गए। स्कूल परिसर में घृणित कार्य किया। बच्ची को बदहवासी की अवस्था में वहीं छोड़कर फरार हो गए। इधर जब माता-पिता की नींद खुली तो बच्ची को पास नहीं पाकर वे हैरान हो गए। इधर-उधर ढूंढ़ा लेकिन कोई पता नहीं चला। इसी दौरान घर से कुछ दूरी से कराहने की आवाज आई। माता-पिता दौड़ते हुए उधर गए तो बच्ची को देकर वे सन्न रह गए। बच्ची अर्द्धबेहोशी की हालत में थी। यह देखकर माता-पिता चीखने-शोर मचाने लगे। देर रात आवाज सुनकर ग्रामीण दौड़े आए। इसके बाद झटपट बच्ची को अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में भर्ती कराया।
रात में ही पुलिस पहुंची एएनएमएमसीएच
घटना की सूचना मिलने पर चंदौती थानाध्यक्ष मोहन प्रसाद सिंह अस्पताल पहुंचे। जहां उन्होंने पीड़िता के स्वजनों से घटना की जानकारी ली। स्वजनों ने उन्हें पूरी जानकारी दी। मामले की जानकारी वरीय पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर को मिली। उनके निर्देश पर चंदौती थानाध्यक्ष मोहन प्रसाद सिंह एवं महिला थानाध्यक्ष रविरंजना कुमारी घटनास्थल पर पहुंची। घटनास्थल से कुछ साक्ष्य भी मिला है। यहां से मिले साक्ष्य को जांच के लिए रखा गया है।
पीड़िता से एसपी ने की मुलाकात
इधर, शुक्रवार को पीड़ित से मिलने के लिए खुद एसएसपी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल पहुंची। उन्होंने बताया कि घृणित कार्य करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। बच्ची के साथ तीन लोगों ने दरिंदगी की है। बच्ची अभी बोलने की स्थिति में नहीं है। उन्होंने बताया कि इस घटना में गांव के दो युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उन्होंने साफ तौर पर कहा की दोषी चाहे जो भी हो बख्शे नहीं जाएगा। उसका मेडिकल जांच कराया जा रहा है।