परवेज अख्तर/सिवान: जिले के आंदर थाना क्षेत्र के भरौली गांव में युवक की गोलियों से छलनी कर हत्या की घटना में दो भाईयों के साथ मुखिया नागेन्द्र सिंह समेत पांच लोग फंस गए हैं। भरौली गांव निवासी संजय गोंड (42 वर्ष) की हत्या के बाद उसकी पत्नी दीपा देवी ने मुखिया समेत पांच लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया किया है। उसने दर्ज एफआईआर में कहा है कि उसके पति को फोन कर घर से बुलाने के बाद गोलियों से छलनी कर हत्या कर दी गई। मुखिया नागेंद्र सिंह, उनके भाई उपेन्द्र सिंह व राजेश सिंह के साथ भरौली गांव निवासी अमर सिंह व अर्जुन सिंह को हत्या का जिम्मेवार ठहराया है। पत्नी का कहना है कि पूर्व में चुनावी रंजिश में भी उसके पति के साथ मारपीट की घटना हुई थी। जिसमें उसने एससी एसटी थाने में एफआईआर दर्ज कर तीन लोगों को आरोपित किया था। जिसको सुलह करने के लिए भी आरोपितों द्वारा उस पर लगातार दबाव दिया जा रहा था। इधर एफआइ्रआर दर्ज करने के बाद पुलिस आरोपितों के खिलाफ लगातार छापेमारी कर रही है। वहीं घटना के बाद सभी नामजद आरोपित घर छोड़ फरार हो गए हैं। पुलिस का कहना है कि उनके खिलाफ लगातार छापेमारी हो रही है।
उपेन्द्र सिंह से राइफल छीनने की चर्चा
विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि पिदले दिनों संजय गोंड ने मुखिया नागेन्द्र सिंह के भाई उपेन्द्र सिंह से उनकी लाइसेंसी राइफल छीन ली थी। बीच-बचाव के बाद उन्हें दिया था। इलाके में प्रभावशाली माने जाने वाले उपेन्द्र सिंह के साथ हुए इस प्रकरण की खूब चर्चा हुई थी। गांव वाले कहते हैं पंचायत चुनाव में विरोधी खेमे का खुलेआम समर्थन करने वाले संजय गोंड साहसी युवक था। इसी का नतीजा था कि उसने उपेन्द्र सिंह जैसे प्रभावशाली व्यक्ति के साथ इस तरह की घटना को अंजाम दिया था। इधर मुखिया नागेन्द्र सिंह ने हत्याकांड से खुद और अपने भाईयों का कोई लेना-देना नहीं बताया है। कहा है कि विरोधियों की साजिश का शिकार हो गए हैं। एसपी से उनके परिजन जल्द मिलकर निष्पक्ष जांच की मांग करेंगे।
क्या कहते हैं एसपी
एसपी शैलेश कुमार सिन्हा का कहना है कि घटना के बाद एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है। घटना में शामिल आरोपितों के खिलाफ लागातार छापेमारी की जा रही है। पीड़ित परिवार से पुलिस लगातार संपर्क में है।