- एक गोली मुंह के पास व दूसरी गोली कमर के पास लगी है, गोली मारने की घटना का कारण पूर्व का विवाद
- रामगढ़ गांव से महेन्द्रानाथ मंदिर जा रहे थे पुजारी
- छापेमारी कर चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है
- 10 सालों में हुए आय-व्यय का ब्योरा मांगा था
- 19 दिसम्बर को भी नोनियापट्टी में हुआ था हमला
परवेज अख्तर/सिवान: जिले के सिसवन चैनपुर ओपी क्षेत्र के बाबा महेंद्रनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी तारकेश्वर उपाध्याय को अपराधियों ने सोमवार की सुबह गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया है। तारकेश्वर उपाध्याय सुबह बाबा महेंद्रनाथ मंदिर में पूजा करने रामगढ़ के अपने अवास से जा रहे थे। इसी दौरान पहले से घात लगाए अपराधियों ने दिलीप सिंह की चिमनी के पास उन्हें गोली मार दी। घटना को अंजाम देने के बाद सभी अपराधी फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही सरपंच पति दिलीप सिंह चिमनी पर पहुंचे और उन्हें वहां मौजूद लोगों के सहयोग से सिसवन रेफरल अस्पताल पहुंचाया। वहां से इलाज के बाद उन्हें सीवान रेफर कर दिया गया।
इसके बाद गंभीर स्थिति में उन्हें सीवान से पटना रेफर किया गया है। अपराधियों ने उन्हें दो गोली मारी है। एक गोली मुंह के पास व दूसरी गोली कमर के पास लगी है। गोली मारने की घटना का कारण पूर्व का विवाद बताया जाता है। उनके पुत्र नीरज ने बताया कि वह घर से बाइक से मेहंदार जा रहे थे। इसी दौरान उन्हें गोली मारी गई है। बताया कि गांव में किसी से किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं है। जिसने गोली मारी है, उनके पिता बाबा महेंद्रनाथ धार्मिक न्यास समिति के सदस्य हैं। पिताजी ने न्यास समिति के 10 सालों में हुए आय-व्यय के ब्योरा की मांग की थी। मामला न्यायालय में लंबित है। इसी को लेकर घटना को अंजाम दिया गया है।
वह लोग नहीं चाहते कि प्रधान पुजारी न्यास समिति के कार्यों में हस्तक्षेप करें। इसके पूर्व 19 दिसंबर को भी सरयू नदी स्नान करने जाने के दौरान थाना क्षेत्र के नोनियापट्टी गांव के पास उनके ऊपर गोली चलाई गई थी। जिसमें वे बाल-बाल बचे थे। एफआईआर दर्ज कराई गई थी, जिसमें रामगढ़ के अभिषेक पांडेय, नीतीश कुमार साह सहित कुल 12 लोगों को नामजद किया गया था। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने अभिषेक के घर से चार लोगों को गिरफ्तार किया है। ओपी प्रभारी अभिनन्दन यादव ने कहा कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। कुछ लोग हिरासत में लिए गए हैं। पुलिस जांच में जुटी है।
मंदिर के पुजारियों में है दहशत
तारकेश्वर उपाध्याय को गोली लगने के बाद मंदिर के पुजारियों में दहशत है। पुजारियों का कहना है कि अपराधियों से कोई सुरक्षित नहीं है। पुलिस अपराधियों पर कोई भी कार्रवाई नहीं कर रही। फलस्वरुप उनका मनोबल बढ़ा हुआ है। अपनी सुरक्षा को लेकर मंदिर के महंत दिवंगत देवशंकर गिरि के शिष्य तारकेश्वर गिरि भी चैनपुर ओपी व जिले के एसपी से अपनी सुरक्षा की मांग किए है। उन्हें भी अपराधियों ने जान से मारने की धमकी दी थी। पुजारी पर हुए हमले के बाद सभी पुजारी व स्थानीय लोगों में दहशत है।
अपराधियों में नहीं है पुलिस का खौफ
स्थानीय लोगों की माने तो थाना क्षेत्र व चैनपुर ओपी क्षेत्र में अपराधी बेलगाम हैं। इनके ऊपर अंकुश लगाने में पुलिस नकाम है। लगातार अपराधी घटना को अंजाम देकर पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। मगर पुलिस अपराधियों को पकड़ने में विफल रही है। लोगों का कहना है कि अगर पुलिस सही रूप से काम करती तो क्षेत्र में इस प्रकार की घटनाएं नहीं होती। यह पुलिस की विफलता का परिणाम है। महाराजगंज के विधायक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय शंकर दुबे ने कहा कि घटना बहुत ही निंदनीय है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।