पटना: बिहार का एक छोटा सा लेकिन ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण शहर है आरा। यह पटना से बहुत अधिक दूर नहीं है। आरा फिलहाल भोजपुर और पुराने शाहाबाद जिले का मुख्यालय है। रमना मैदान इस शहर का हृदय स्थल कहा जा सकता है, ठीक वैसे ही जैसे पटना में गांधी मैदान का इलाका है। रमना मैदान से सटे कई चाय की दुकानें हैं, लेकिन इन्हीं के बीच आईआईटियन चाय वाला नाम से चल रहा टी-स्टाल राहगीरों को लुभा रहा है।
यहां आने वाले ग्राहकों का कहना है कि तंदूर चूल्हे से निकली गर्म लाल कुल्हड़ में जब फ्लेवर्ड चाय उढेली जाती है तो उससे निकला स्वाद मायूस मन को ताजगी से भर देता है। रणधीर अपने स्टार्टअप से इतना खुश हैं कि देशभर में 300 से ज्यादा स्टॉल खोलने के इरादा रखते हैं। इस स्टार्टअप से उनकी पढ़ाई पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। यह तो सिर्फ एक आइडिया था। हर स्टॉल पर चार स्टाफ काम करते हैं। रणधीर और उनके दोस्त अपने पढ़ाई में लगे हैं। बाकी सभी काम उनके स्टाफ संभालने का काम करते है। रणधीर को उनके पिता का भी पूरा साथ है। वे भी मॉनिटरिंग करते रहते हैं ।
केवल नाम से ही नहीं, स्वाद से भी यहां की चाय ने अलग पहचान बनाई है। जब चूल्हे से निकली गर्म लाल कुल्हड़ में फ्लेवर्ड चाय उड़ेली जाती है, तो उससे निकला स्वाद मन मे ताजगी भर देता है। नाम के अनुरूप यह टी स्टाल आईआईटी और विभिन्न संस्थानों में पढ़ाई के रहे टेक्नोलॉजी के छात्रों का आइडिया है।
IITian टी स्टॉल पर एक नहीं बल्कि दस फ्लेवर में चाय मिलती है। इनमें नींबू, आम, संतरा, पुदीना, ब्लूबेरी जैसे स्वाद हैं जो लोगों को खूब पसंद आ रहा है। टी स्टॉल 16 वर्ग फिट में पहिए पर इस तरीके से डिजाइन की गई है कि चाय से लेकर सभी जरूरत का सारा सामान इसमें समा जाए। बिहार में IITian टी स्टॉल के नाम से अब चार सेंटर हो गए हैं। इसमें रमना मैदान (आरा), बामपाली (आरा), बोरिंग रोड(पटना) और पटना के ही गोला रोड में स्थित सेंटर शामिल हैं। यहां एक कुल्हड़ चाय की कीमत 10 रुपए है। दिनभर की कमाई करीब 6 हजार तक होती है।
अब आप सोच रहे होंगे कि टेक्नोलॉजी के छात्रों का चाय की दुकान से क्या वास्ता? मद्रास आईआईटी में डेटा साइंस में बीएससी प्रथम वर्ष के छात्र और टी-स्टाल खोलने वाले रणधीर कुमार बताते हैं, यह उनका स्टार्टअप है।