परवेज अख्तर/सिवान : जिले के गुठनी, ग्यासपुर, सिसवन प्रखंडों से होकर गुजरने वाली सरयू नदी में पानी का जल स्तर बढ़ने से तटवर्ती प्रखंडों के ग्रामीण काफी चिंतित हो गए हैं। सरयू नदी में आई उफान के कारण दरौली में सरयू नदी 21 सेंटी मीटर तो सिसवन में 9 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। गुठनी में सरयू नदी के तटबंध में रखे गए बालू से भरे बोरे पानी के धार से बहने लगे हैं जिससे पानी निचले इलाके के खेतों में फैलते जा रहा है। इस कारण किसानों की चिंता बढ़ने लगी है और वे अपने को सुरक्षा के उपाय सोचने को मजबूर हो गए हैं। दरौली में सरयू नदी का जल स्तर दिन-प्रतिदिन बढ़ने का सिलसिला जारी है, जिससे नदी ऊफान पर है। नदी के उफान से दरौली के दुब्बा एवं नरौली गांव के पास कटाव बदस्तूर जारी है। कटाव को रोकने के लिए विभाग द्वारा पेड़ की टहनी व बोरी में मिट्टी भरकर प्रयास किया जा रहा। वहीं मुख्यालय के गिरनारी घाट के पास भी सरयू नदी के किनारे खेत का कटाव जारी है। केंद्रीय जल आयोग विभाग के अनुसार शुक्रवार को सरयू नदी खतरे के निशान से 21 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी। विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार विगत 24घंटों में 6 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई है। विभाग ने बताया कि सरयू नदी में जल की बढ़ने की रफ्तार तीन-चार घंटे में एक सेंटीमीटर बढ़ रही है। बताते चले कि सरयू नदी का डेंजर लेवल 60.820 है, जो शुक्रवार को एक बजे 61.030 थी, यह खतरे के निशान से 21 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बाढ़ नियंत्रण विभाग के एसडीओ अतुलेस कुमार ने बताया कि नदी के बढ़ते जलस्तर एवं कटाव स्थल पर विशेष निगरानी की जा रही है। उन्होंने बताया कि बोरी में मिट्टी रख कटाव स्थल पर रखा जा रहा है।सिसवन प्रखंड में एक तरफ जहां लोग बारिश कम होने के चलते सूखे की मार झेल रहे हैं तो दूसरी तरफ सरयू नदी अपने पूरे उफान पर है, इसके चलते नदी के किनारे स्थित गांव के लोगों में दहशत का माहौल बन गया है। प्रखंड में सरयू नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। नदी के तटवर्ती गांवों जई छपरा, ग्यासपुर नवका टोला, सिसवन, भागर, शुभहाता गांवों के लोगों मे दहशत हो गया है। नदी जिस तरह अपने रौद्ररूप में बह रही है, कहीं तटबंध तोड़कर नदी का पानी गावों में न घुस जाए, हालांकि नदी का पानी तटबंध से लगभग 2 मीटर नीचे है। बाढ़ विभाग के अभियंता हरेकृष्ण प्रसाद ने बताया कि नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, लेकिन विभाग किसी भी परिस्थिति से निबटने के लिए पूरी तरह तैयार है। जर्जर तटबंधों को पहले ही बालू भरी बोरी डालकर मरम्मत कर दिया गया है। बाढ़ की स्थिति में लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए जगह को चिह्नित कर लिया गया है।
सरयू नदी खतरे के निशान से 21 सेंटीमीटर ऊपर
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