पचरुखी के सोनापिपर गांव में पिता की मौत की सदमा सह न सकी बेटी, छत से कूद कर दी जान

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  • एक साथ निकली बाप-बेटी की अर्थी
  • बेटी ने पिता को बोला था कि मैं भी आपके हीं साथ छोड़ूगी दुनिया

✍️परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
जिले के पचरुखी थाना के सोनापिपर गांव में सेवानिवृत्त 70 वर्षीय शिक्षक की शुक्रवार की रात्रि हृदयगति रूकने से मौत हो गई.पिता की मौत की खबर जैसे हीं 25 वर्षीय बेटी को हुई.वह अपना आपा खो दिया.फिर छत से छलांग लगाकर मौत को ही गले लगा लिया.इस दर्दनाक घटना को ले पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गयी.यह हृदय विदारक घटना सुनकर सभी विचलित हो गये. घटना के संबंध में बताया जाता है कि सोनापिपर गांव निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक नन्द सिंह की शुक्रवार की रात्रि हृदयगति रूकने से मौत हो गई.पिता की मौत की सदमा उनकी 25 वर्षीय बेटी गुड़िया कुमारी ने बर्दाश्त नहीं कर पाई. वह शनिवार को दोपहर छत से ही छलांग लगा दी.जिससे घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई. मृत गुड़िया तीन भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर थी. गुड़िया अपने पिता की एकलौती होने के कारण लाडली बेटी थी. शनिवार को पिता-पुत्री की अंतिम संस्कार परिजनों ने गांव वालों के सहयोग से कर दिया. इस संबंध में पुलिस ने बताया कि अभी तक मुझे इस संबंध में किसी प्रकार की सूचना नहीं मिली है.

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मृत गुड़िया अपने माता-पिता की करती थी सेवा

मृतका गुड़िया कुमारी हमेशा अपने माता की देख भाल करती थी. मां-बाप की सेवा में कोई कसर नहीं छोडती थी. मृतका की मां लालमती देवी काफी समय से बीमार थी. मां लालमती देवी का बीमारी के कारण गुड़िया ने अपनी मां की काफी देखभाल करती थी. पिता व बेटी की मौत के बाद परिवार में मां व दो भाई रह गये. जिसमें एक पुत्र की शादी हो चुकी है. परिजनों ने बताया कि गुड़िया बाइक तक चला लेती थी. कई बार अपनी माता व पिता को बाइक पर बैठाकर इलाज के लिए चिकित्सक के पास भी ले जाती थी.कई बार अपने पैतृक गांव सोनापिपर से बाइक पर अपने माता-पिता को लेकर नाना-नानी के घर चली जाती थी.

बेटी ने पिता को बोला था कि मैं भी आपके हीं साथ छोड़ूगी दुनिया

मृतका गुड़िया कुमारी ने अपने पिता को कई बार हंसी-हंसी में यह भी बोलती थी कि मैं भी आपके साथ हीं इस दुनिया को छोड़ दूंगी.लेकिन किसी को इस बात का आभास नहीं था कि गुड़िया का कथन ऐसा सच भी हो सकती है. बहरहाल इस हृदय विदारक घटना को ले पूरे गांव में शोक की लहर है.