स्थानीय पुलिस पर लगाया मिलीभगत का आरोप
परवेज अख्तर/सिवान: हसनपुरा निवासी अंगुर जी सोनी के पुत्र प्रिंस सोनी के हत्या मामले में स्थानीय प्रशासन द्वारा शिथिलता बरतने पर पीड़ित राजेश कुमार सोनी ने सीवान एसपी व छपरा डीआईजी को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है. उसने कहा है कि मेरे भाई प्रिंस सोनी का बीते नौ मार्च की शाम जब वह चट्टी पर दूध लाने गया था. तभी अपरहण हो गया. फिर देर रात भाई के फोन नंबर से मैसेज आया कि तुम्हारे भाई का अपहरण हो गया है. आज रात 3 बजे तक पांच लाख रुपया छपरा पहुंचा दो. अगर पुलिस को सूचना दिया तो तुम्हारा भाई कल का सूरज नहीं देखेगा. मैं उसी समय थाना पर गया.
लेकिन थाना के दलाल ने और थाना के सभी स्टाफ ने खासकर एसआई अखिलेश सिंह ने डांट कर थाना से भगा दिया. रात भर हम लोग अपने भाई को खोजते रहे. सुबह में किसी से मालूम हुआ कि एमएच नगर थाना के ठीक पूरब शनिचरा बाबा के पास आपके भाई का शव पड़ा है. वहीं थाना में हमने विनोद कुमार चौधरी पिता जय राम चौधरी एवं अन्य अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराया. मेरे भाई से अभियुक्त विनोद अक्सर रुपया का बात करता था, और उसके साथ कुछ और भी लड़के थे जो मोबाइल पर मेरे भाई को धमकी दिया करते थे. विनोद कुमार तो कोर्ट में सरेंडर कर दिया. लेकिन मोबाइल फोन का दूसरा नंबर वाला थाना की मिलीभगत से धमकी मिल रही है.
दिनांक 26 मार्च को सीवान के एक आला अधिकारी का फोन आया कि आप लोग सीवान ऑफिस में आकर बयान दीजिए. हम लोग 28 मार्च को सीवान जाकर बयान दिया. उन्होंने पूछा कि क्या मामला है. प्रश्न यह है कि अधिकारी को घटनास्थल पहुंचना चाहिए. पर ऐसा नहीं हुआ. थाना अगर सही समय पर मेरी फरियाद सुन लेता तो आज मेरा भाई अपनी जान नहीं गंवाता. मैं एक गरीब बाप का बेटा हूं. छोटी सी दुकान है, उसी से हम लोग अपना भरण-पोषण करते हैं. पीड़ित ने दोषियों को पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की.