पटनाः देश में लाउडस्पीकर और बुलडोजर का विवाद इन दिनों जोरों पर है. इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ये साफ कह दिया है कि लोगों को सिर्फ भ्रमित किया जा रहा है. शनिवार को वे मीडिया से बात कर रहे थे. तेजस्वी यादव ने कहा कि जिनको अलार्म लगाकर सोने की आदत है, वह समझते हैं कि भगवान भी सोए हुए हैं, जब वह जागेंगे तभी भगवान जागेंगे.
तेजस्वी यादव ने कहा कि लाउडस्पीकर का 1925 में आविष्कार हुआ था. 1970 के दशक में भारत में लाउडस्पीकर आया तो क्या उससे पहले लोग पूजा नहीं करते थे? लोग प्रार्थना नहीं करते थे? मुद्दों से भटकाने के लिए यह सब बातें लाई जा रही हैं. बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा जैसे मुद्दे बिहार में भरे पड़े हैं. रोजगार का भरोसा दिया गया लेकिन उस पर बातें नहीं हो रहीं. लाउडस्पीकर की बात को चर्चा में लाकर इन मुद्दों को भटकाने का काम किया जा रहा है.
“सही समय पर होगा सही निर्णय”
वहीं दूसरी ओर दो दिन पहले तेज प्रताप यादव ने 9 पत्रकारों को कोर्ट से नोटिस भिजवाया था. इसको लेकर तेजस्वी यादव ने कहा यह कि तेज प्रताप और पत्रकारों के बीच व्यक्तिगत मसला है. उन्होंने कहा इफ्तार पार्टी के दिन जो कुछ हुआ उसमें हम तेज प्रताप और वह लड़का जिसने पिटाई का आरोप लगाया है उससे बात की. सभी लोग मेरी कार्यशैली के बारे में जानते हैं. मैं निष्पक्ष काम करता हूं. जो लोग मेरी कार्यशैली को जानते हैं वह यह भी जानते हैं कि सही समय पर सही निर्णय तेजस्वी यादव करेगा. पत्रकारों को नोटिस आया है तो जवाब दें. उन्होंने कहा कि नोटिस से घबराना क्या है? जो गलत करेगा वही न घबराएगा. जो गलती करता है वह घबराता है.