पटना: 67वीं बीपीएससी परीक्षा पीटी पेपर लीक मामले में कुल आठ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. शुरुआत में चार लोगों की और फिर ईओयू की ओर से जांच शुरू होने के बाद चार लोगों की गिरफ्तारी की गई. हालांकि अभी तक यह खुलासा नहीं हो सका है पेपर लीक कहां से हुआ है. ईओयू ने जब जांच के बाद चार लोगों को गिरफ्तार किया तो अब यह बात सामने आई है कि एक शख्स अहम राज खोल सकता है जिसका नाम पिंटू यादव है. उसकी गिरफ्तारी के बाद चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं. कई वीआईपी रडार पर आ सकते हैं.
पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने मास्टरमाइंड आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव की तलाश तेज कर दी है. इसकी अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. पटना के लोहानीपुर स्थित किराए के मकान में जहां कंट्रोल रूम बना था वहां से मिले दस्तावेज और मोबाइल लोकेशन के आधार पर छापेमारी हो रही है. वीआईपी के कांड में शामिल होने की बात इसलिए कही जा रही है क्योंकि जिसने भी इस परीक्षा में सेटिंग की थी वो सभी वीआईपी या बड़े लोगों के बच्चे थे. आठ से दस लाख रुपये में डील की बात कही जा रही है.
आईएएस अफसर के मोबाइल पर प्रश्न पत्र भेजने वाला का नाम कृष्ण मोहन सिंह है. उसके पास भेजने वाले का नाम निशिकांत कुमार राय है. निशिकांत को प्रश्न पत्र सुधीर से मिला था. सुधीर इस गिरोह के सरगना आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव का करीबी है. पिंटू की गिरफ्तारी के बाद चार से पांच और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है. वहीं कई और सवालों के जवाब तो मिलेंगे ही साथ ही पेपर लीक का पूरा खुलासा भी हो सकता है. एसआईटी की टीम जोर-शोर से उसे तलाश रही है.