पटना: बिहार के गया में तीन दिन पहले एक दुल्हनिया की बारात घर से लौट गई थी. अब उसकी डोली थाने के परिसर से निकली. इस बार बाराती अगल थे. पुलिस, जनप्रतिनिधि और बुद्धिजीवियों की मौजूदगी यह शादी हुई. दूल्हा, दुल्हन के अलावा दोनों परिवार के लोग शादी के बाद बेहद खुश नजर आए.
दरअसल, मोहनपुर थाना के चरकेड़िया गांव के रहने वाले भदन मांझी की बेटी काजल कुमारी की शादी बाराचट्टी प्रखंड अंतर्गत धनगाई थाना के गोसाई पेसरा निवासी रामदास मांझी के बेटे विक्रम मंडल के साथ तय हुई थी. बारात बीते शनिवार को गोसाई पेसरा को पहुंची थी.
बाराती डीजे की धुन पर डांस करते हुए दूल्हे के साथ दुल्हनिया के दरवाजे तक पहुंच चुके थे. इसी बीच नाचने को लेकर विवाद हो गया. बाराती और घरातियों के बीच मारपीट हो गई. मामला इतना बढ़ गया कि बारात वापस लौट गई.
इस तरह की घटना के बाद दुल्हन के पिता काफी परेशान हो गए और उन्होंने मदद के लिए गांव के जनप्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों के अलावा धनगाई थाने से संपर्क साधा और इस विवाद को सुलझाने की कोशिश की. थाने में दुल्हन और दूल्हे के परिजनों को बुलाया और मामले को सुलझाया. दोनों परिवारों कों इस विवाद को खत्म करने लिए खुशी-खुशी राजी हो गए.
इसके बाद सोमवार को धनगाई थाने में ही पूरे रीति रिवाज के साथ शादी समारोह को संपन्न कराया गया. फिर दूल्हा अपनी दुल्हन को लेकर अपने घर को लौट गया. इस शादी में पूर्व विधायक समता देवी, प्रखंड प्रमुख देवरानी देवी, बाराचट्टी थानाध्यक्ष राम लखन पंडित, धनगाई थानाध्यक्ष अंगद पासवान समेत कई जनप्रतिनिधि व बुद्धिजीवी वर्ग के लोग मौजूद रहे. वैसे अब मारपीट के बाद फिर से थाने में शादी होने की बात पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है.