गोपालगंज: रेलवे में नौकरी के बदले जमीन लेने के कथित घोटाले में पूर्व रेलमंत्री लालू यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं। राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके लालू यादव के ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी चल रही है। हाल ही में चारा घोटाले में जमानत पर रिहा हुए लालू के समर्थक अपने नेता को नई मुसीबत में फंसते हुए देख आक्रोशित हो गए हैं। पटना में आरजेडी के समर्थकों ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। वहीं, आरजेडी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से सीबीआई को ‘तोता’ कहकर तंज कसा गया है।
शुक्रवार सुबह अचानक सीबीआई ने लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती से जुड़े 17 ठिकानों पर छापेमारी शुरू की। बताया जा रहा है कि रेलवे में कथित भर्ती घोटाले से जुड़े केस में यह छापेमारी की जा रही है। छापेमारी की खबर मीडिया में आते ही राबड़ी आवास के बाहर बड़ी संख्या में समर्थक जुट गए। लालू को निर्दोष बताते हुए आरजेडी कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। राबड़ी आवास समेत छापेमारी के सभी स्थानों पर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात हैं।
आरजेडी नेता आलोक मेहता ने कहा कि यह एक मजबूत आवाज को चुप कराने की कोशिश है। सीबीआई की दिशा और काम पूरी तरह पक्षपाती है। वहीं, लालू यादव के भाई प्रभुनाथ यादव ने कहा, ”यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक बीमार व्यक्ति को जानबूझकर इस तरह परेशान किया जा रहा है। यह सब जानते हैं कि इनके पीछे कौन है।”
छापेमारी के बीच आरजेडी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, ”तोते हैं, तोतों का क्या।” माना जा रहा है कि पार्टी का यह तंज सीबीआई को लेकर है, जिसे यूपीए सरकार के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने पिंजड़े का तोता कहा था।