पटना: बिहार के बेतिया के बानूछापर स्थित महेन्द्र कॉलोनी निवासी शिक्षक अरुण सिंह के घर में घुसकर एक सिरफिरे अपराधी ने उनकी पत्नी व मां समेत अरुण सिंह को भी पिस्टल की नोक पर बंधक बना लिया। घटना सोमवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे बजे की है। पुलिस की टीम ने साढ़े आठ घंटे बाद हथियारबंद सतीश कुमार सिंह उर्फ विकास को पकड़ लिया है। उसके पास से 7.65 एमएम की लोडेड पिस्टल बरामद हुई है। घटना को लेकर बानूछापर घंटों छावनी में तब्दील रहा।
जानकारी के अनुसार पुलिस को सुबह करीब 9 बजे सूचना मिली कि महेन्द्र कॉलोनी निवासी शिक्षक अरुण सिंह, उनकी पत्नी तथा मां को एक हथियारबंद अपराधी ने घर में घुसकर बंधक बना लिया है। सूचना मिलने के बाद बानूछापर ओपी प्रभारी संजीव कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने जांच में मामले को सत्य पाया। उसके बाद एसडीपीओ मुकुल परिमल पांडेय के साथ-साथ मनुआपुल ओपी प्रभारी मो. अलाउद्दीन, कालीबाग ओपी प्रभारी रणधीर कुमार भट्ट वहां पहुंचे। काफी मशक्कत के बाद अपराधी ने तीन पुलिसकर्मियों को बातचीत के लिए अंदर बुलाया। बानूछापर ओपी प्रभारी संजीव कुमार, दारोगा सर्वेश यादव व चौकीदार प्रकाश को अपराधी ने बाहर हथियार रखवाकर कमरे में बुला लिया। तीनों को करीब दो घंटे से ज्यादा समय तक गन प्वाइंट पर रखा। इस बीच अंदर मौजूद पुलिस कर्मियों ने हिम्मत दिखाते हुए अपराधी सतीश कुमार सिंह उर्फ विकास को पकड़ लिया। तब तक बाहर मौजूद पुलिस की टीम दरवाजा तोड़कर अंदर घुस गयी।
पुलिस अधीक्षक उपेन्द्र नाथ वर्मा बताया कि गिरफ्तार बदमाश से पूछताछ कर कारणों की तह तक पहुंचने की कोशिश में पुलिस जुटी हुई है। पुलिस टीम की सूझबूझ से बदमाश पकड़ा गया। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी पूर्वी चंपारण के पहाड़पुर थाना क्षेत्र के बढ़ई टोला का निवासी है। गृहस्वामी व उनके बंधक बने परिजन अभी कुछ बताने की स्थिति में नहीं है। घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है। बंधक बनाए गए तीन लोगों को रेस्क्यू करने में शामिल बानूछापर ओपी प्रभारी संजीव कुमार, दारोगा सर्वेश यादव, चौकीदार प्रकाश कुमार समेत अन्य को ग्लेंट्री आवार्ड देने की अनुशंसा की जाएगी।