परवेज अख्तर/सिवान: बभनौली पंचायत के पूर्व मुखिया प्रत्याशी दिलीप सिंह की मंगलवार की शाम को अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना सीमावर्ती यूपी के बड़गांव पंचायत में हुई। 48 साल के दिलीप सिंह यूपी के सुंदरपार के रास्ते बुलेट से देर शाम आठ बजे के करीब अपने घर लौट रहे थे। उनके सिर में गोली लगी है। दिलीप सिंह ने घटना स्थल पर हीं दम तोड़ दिया था। सड़क पर बेसुध पड़े होने की सूचना मिलने पर उनके परिचित मौके पर पहुंच गये। रेफरल अस्पताल में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शुरुआत में दुर्घटना समझ कर लोग दिलीप सिंह के शव को घर लेकर आ गये। बाद में, सिर में गोली लगने पर पुलिस को सूचना दी गयी।
जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सीवान भेजा गया। गोली लगने की खबर के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गयी। पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है। दिलीप सिंह शाम को किसी काम से शाम को छह बजे के करीब यूपी के लिए निकले थे। रात आठ बजे के करीब सड़क पर बुलेट लेकर गिरने की सूचना किसी ने उनके मित्र को दी। कुछ लोग मौके पर कार लेकर पहुंच गये। दिलीप सिंह खून से लथ पथ सड़क किनारे पड़ा हुए थे। घायल समझकर अस्पताल में लाया गया। चिकित्सक के मृत घोषित करने पर लोगों ने नाराजगी भी जताई। कुछ समय के लिए अस्पताल में अफरा – तफरी मच गयी। घटना को लेकर बुधवार की शाम को मृतक के बेटे अमन सिंह ने अज्ञात लोगों को आरोपित कर मैरवा थाने में आवदेन दिया है। थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने कहा कि गोली मारकर हत्या किये जाने का आवदेन मिला है। हत्या के आरोप को लेकर जांच चल रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
सिर में निशान पिस्टल के गोली के होने की चर्चा
दिलीप सिंह के सिर में गहरे निशान को लेकर पिस्टल से गोली मारे जाने की आशंका जतायी जा रही है। हालाकिं , मौके से कोई खाली कारतूस नहीं मिला है। पुलिस को पोस्टमार्टम के रिपोर्ट का इंतजार है। गोली चलने को लेकर घटना स्थल के आस पास के लोगों से पूक्षताछ हो सकती है। पुलिस वारदात के बाद क्षेत्र के कई सीसीटीवी की फुटेज खंगाल रही है।
पंचायत के चर्चित चेहरे में शुमार थे दिलीप सिंह
बभनौली पंचायत के साथ आस पास के गांव में दिलिप सिंह का प्रभाव था। वह क्षेत्र में अपने व्यवहार को लेकर चर्चा में रहते थे। इस साल पंचायत का चुनाव भी लड़ा था। हाल के दिनों में एक सताधारी पार्टी से जुड़ने की बात बतायी जा रही है।
बेटी की शादी की तैयारी घर में चल रही थी
दिलीप सिंह अपनी बेटी की शादी की तैयारी में जुटे थे। बेटी का रिश्ता तय होने को लेकर घर में खुशी का माहौल था। लगभग तीन साल पूर्व बेटे की शादी की थी। दिलीप सिंह विदेश से आने के बाद गांव में खेती का काम देख रहे थे। बेटा भी बाहर कमाने लगा था।