- मृतक के परिजनों के मुआवजे को लेकर किया जाम
- हादसा थाना क्षेत्र के हथौड़ा गांव की
परवेज अख्तर/सिवान: हथौड़ा में शनिवार की सुबह कार के ठोकर से दुकानदार सहित एक ग्रामीण की मौत हो गयी. घटना के बाद गुस्साएं लोगों ने सड़क जाम कर घंटों प्रदर्शन किया. घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई. देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में महिला व पुरुष इकट्ठा हो गये. हथौड़ा गांव में कुछ देर के लिए तनाव हो गया. मृतक के परिजनों को प्रशासन और स्थानीय मुखिया तथा अन्य जनप्रतिनिधियों के समझाकर मामले को शांत कराया. घटना के संबंध में मुखिया विजय चौधरी ने बताया कि शनिवार की सुबह हथौड़ा के सरपंच अमानुल्लाह सिद्दीकी के दो छोटे पुत्र दिल्ली नंबर की जाईलो कार को हथौड़ा गांव में ही चलाने के लिए सिख रहे थे. उसी दौरान कार की तफ्तार तेज हो गई और कार अनियंत्रित होकर गांव में ही बने जेनरल स्टोर की दुकान पर बाहर लगे सेड और दुकान में जोरदार ठोकर मार दिया. वहां दुकान की मालकिन सूर्यदेव भगत की पत्नी मुनरी देवी उम्र 70 वर्ष अपने दुकान के बाहर बैठी थी.
उसी समय गांव के बिंद टोली का हरेंद्र बिंद उम्र 42 वर्ष दुकान से खाने पीने की घरेलू सामन खरीद रहा था. दोनों उस कार की चपेट में आ गये. हरेंद्र बिंद गंभीर रूप से घायल हो गया. जिससे उसकी मौत घटना स्थल पर ही हो गया. वहीं महिला दुकानदार मुनरी देवी को गंभीर हालत में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हुसैनगंज में ईलाज के लिए भर्ती कराया गया. जहां ईलाज के क्रम में मुनरी देवी की मौत हो गई. दो मौत पर दोनों मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया. चिखने चिल्लाने की आवाज से पुरा गांव गमगीन हो गया. चारों तरफ मायूसी छा गयी. इधर दोनों मृतक के परिजनों संग ग्रामीण जनता सीवान आंदर मुख्य सड़क पर हथौड़ा शिव मंदिर के पास टायर और लकड़ी जला कर सड़क जाम कर मुआवजे की मांग करने लगे. सड़क जाम होने से घंटों आवागमन बाधित रहा.
सड़क के दोनों तरफ छोटी बड़ी वाहनों की भीड़ लग गई. वहीं घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय थानाध्यक्ष राम बालक यादव अपने दल बल के साथ हथौड़ा गांव पहुंच कर स्थिति से अवगत होते हुए मामला शांत कराने की भरपूर प्रयास किया. सड़क पर आग जला कर प्रदर्शनकारी दोनों परिजनों के आश्रितों के लिए मुआवजे की मांग पर अड़े थे. मामला गंभीर देखते हुए सदर एसडीओ, एसडीपीओ, बीडीओ, सीओ सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे. दोनों परिजनों को प्रखंड से 20-20 हजार रुपये पारिवारिक लाभ देने का आश्वासन बीडीओ राकेश कुमार चौबे ने दिया. आपदा विभाग से दोनों के परिवार को 5-5 लाख रूपये देने का आश्वासन वरीय पदाधिकारियों द्वारा दिया गया. तत्पश्चात दो घंटे के बाद सड़क से आगजनी को हटवाया गया और आवागमन चालू कराया गया.
दूसरी तरफ ग्रामीणों की सूझबूझ से दोनों पक्ष के लोगों को समझा बुझ कर मामला शांत कराया गया. पुलिस घटना स्थल से दुर्घटना वाली कार को जब्त करते हुए थाने ले गयी. वहीं दोनों शव को पुलिस अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाने के बाद उनका अंतिम संस्कार करने के लिए उनके परिजनों को सौंप दिया. मृत महिला के परिवार में चार पुत्र व तीन पुत्रियां हैं. सभी विवाहित हैं. दो पुत्र बाहर रह कर मजदूरी करते हैं. वहीं दो पुत्र अपनी मां के साथ गांव में रहकर छोटा सा दुकान चला कर अपने परिवार का खर्च चलाते थे. वहीं हरेंद्र बिंद अपने गांव में ही मजबूरी करता था. उसके परिवार में पत्नी, तीन पुत्र व एक पुत्री है. अभी सभी अविवाहित है.