परवेज अख्तर/सिवान : बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वावधान में छह सूत्री मांगों को ले बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन ने गुरुवार को समाहरणालय पर धरना दिया। धरना की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष निर्मला देवी कुशवाहा ने की। धरने के बाद छह सूत्री मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी एवं जिला प्रोग्राम पदाधिकारी को दिया गया। उनकी मांगों में आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देते हुए क्लास थ्री एवं फोर्थ का दर्जा देने, जब तक सरकारी कर्मचारी का दर्जा नहीं मिलता सेविका को 18 हजार तथा सेविका को 12 हजार मानदेय राशि देने, सेविकाओं को पर्यवेक्षिका एवं सहायिकाओं को सेविका के पद पर शत प्रतिशत पदों पर प्रोन्नति दी जाए एवं उम्र सीमा समाप्त किया जाए, सेवानिवृत्ति के पश्चात पांच हजार मासिक वेतन पेंशन या एक मुश्त पांच लाख रुपये सहायता राशि एवं बीमा का लाभ सुनिश्चित किया जाए, चार घंटा से अधिक काम जैसे पल्स पोलियो, बीएलओ आदि कार्य के लिए मजबूर न किया जाए, अन्यथा आठ घंटा काम का समय निर्धारित किया जाए तथा आंगनबाड़ी केंद्र को किसी भी तरह का निजीकरण नहीं किया जाए आदि मांगें शामिल थी। धरने में जिला सचिव प्रमिला देवी, शीला देवी, कमला देवी, संध्या देवी, चिंता देवी, गुलफेसा तरन्नुम, वीणा देवी,कमलावती देवी, पूनम देवी, अर्चना कुमारी, मनोरमा सिंह, रीता देवी, संगीता देवी, मंजू देवी, रंजू देवी, अरुणा कुमारी, प्रतिमा सिंह,मीरा देवी, बचन देवी, इंदु देवी, नीतू सिंह, संध्या देवी, सुमन देवी, विद्यावती देवी, अनीता देवी, सोना कुंवर, गिरजा देवी,, चंद्रमा सिंह, कानूनी सलाहकार अजय सिन्हा, अधिवक्ता इरफान अहमद आदि उपस्थित थे।
छह सूत्री मांगों को ले आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन का धरना
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