गोपालगंज: जिले के भोरे थाने के हुस्सेपुर के कपड़ा व्यवसायी से मांगी गई 10 लाख रुपए की रंगदारी और फायरिंग मामले का पुलिस ने खुलासा करते हुए दो किशोर और एक चौकीदार पुत्र सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि एक आरोपित अभी भी फरार है।
बताया जाता है कि तीन जुलाई को हुस्सेपुर के कपड़ा व्यवसायी पिंटू कुमार गुप्ता के मोबाइल पर कॉल कर एक व्यक्ति ने 10 लाख रुपए रंगदारी की मांग की थी। लेकिन, पिंटू ने इस घटना को हल्के में लिया और पुलिस को भी मामले की जानकारी नहीं दी। इस बीच नौ जुलाई की रात अपाची बाइक से आए अपराधियों ने पिंटू गुप्ता की दुकान पर फायरिंग कर दी। इसके बाद व्यवसायी ने अज्ञात अपराधियों के खिलाफ स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने जब मोबाइल नंबर का कॉल डिटेल्स निकाला तब पता चला कि वह नंबर सीवान जिले के मैरवा थाने के करजनिया गांव के एक किशोर के नाम से रजिस्टर्ड है।
पुलिस ने जब किशोर को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि उसके गांव का गुड्डू सिंह ने उससे सिमकार्ड लेने की बात कही थी और उसने सिम कार्ड निकाल कर गुड्डू को दे दिया था। बाद में कांड में शामिल उसी गांव के एक और किशोर को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। जब दोनों से पूछताछ की गई तब पता चला कि हुस्सेपुर के चौकीदार बलिस्टर बैठा का पुत्र इश मोहम्मद और जगतौली का आकाश कुमार मामले में लाइनर का काम कर रहे थे। इसके बाद पुलिस ने इन दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया। हालांकि मामले में कडसरवां गांव का गुड्डू सिंह अभी भी फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
थानाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार यादव ने बताया कि कपड़ा व्यवसायी से रंगदारी मांगे जाने के मामले का उद्भेदन कर लिया गया है। एक फरार अपराधी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पूछताछ में इस गिरोह द्वारा उचकागांव एक व्यवसायी से रंगदारी मांगे जाने की बात का खुलासा भी हुआ है।