परवेज अख्तर/सिवान: जिले के दरौंदा प्रखंड क्षेत्र के कई ऐसे गांव है जहाँ बिहार सरकार के कहने के बावजूद भी 24 घंटे बिजली की आपूर्ति नही होती है. यहाँ 24 घंटा तो छोड़ दीजिए सही तरीके से 16 घंटे भी बिजली की आपूर्ति नही होती है. सबसे बेकार स्थिति जलालपुर पावर सब स्टेशन की है. इस सब स्टेशन के अंतर्गत माछौता फीडर आता है. इस पावर स्टेशन से बिजली जलालपुर पंचायत, बगौरा पंचायत,कोडारी कला पंचायत, शेरही पंचायत, सिरसाव पंचायत, हड़सर, पकवलिया पंचायत के अंतिम गांव मछौता गांव तक जाता है.
इस सब स्टेशन से पावर की सप्लाई सबसे कम होती है. यहां के उपभोक्ताओं का कहना है कि जिस समय बिजली की आवश्यकता होती है उस समय यहां बिजली को काट दिए जाते हैं. शाम होते ही बिजली की कटौती कर ली जाती है. जिससे छात्र छात्राओं को पढ़ने-लिखने, महिलाओं को खाना बनाने एवं छोटे बच्चे को गर्मी से काफी दिक्कत होती है. अगर बाकी समय में बिजली रहती भी है तो लो वोल्टेज की समस्या सबसे अधिक बनी रहती है. ग्रामीणों का कहना है कि बिजली की व्यवस्था में सुधार नही होता है तो बिजली के लिए आंदोलन किया जाएगा. ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली कटने के बाद सभी अधिकारियों एवं लाइनमैन का सरकारी नंबर बंद हो जाता है.