- चर्चित अशोक दुबे हत्याकांड के गवाह एवं आरोपित उमेश तिवारी उर्फ बैज बाबा का भाई है मृतक रमेश तिवारी
- अल्टो कार पर सवार अपराधियों ने बीते मंगलवार को दिया था घटना को अंजाम
✍️परवेज़ अख्तर/एडिटर इन चीफ:
सिवान जिले के मैरवा थाना के लक्ष्मीपुर ओवरब्रिज के समीप अल्टो कार पर सवार अपराधियों ने बीते मंगलवार को अपराह्न करीब 1:30 बजे एक बाइक चालक को पीछे से अंधाधुंध फायरिंग कर जख्मी कर दिया था. जख्मी युवक रमेश तिवारी उर्फ मन्नू था,जो गुठनी थाना क्षेत्र के खड़खड़िया निवासी जगन्नाथ तिवारी का पुत्र था।जिसकी मौत इलाज के दौरान पटना स्थित एक चर्चित प्राइवेट अस्पताल में रविवार की रात हो गई है।उसके शव के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पुलिस कराने में जुटी हुई है।लेकिन अभी तक उसका शव सिवान नहीं पहुंच सका है।उधर मौत की सूचना पर परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।घटना के संबंध में बताया जाता है कि रमेश तिवारी अपनी बुलेट बाइक से सीवान से मैरवा की तरफ जा रहे थे. मैरवा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर रेल ओवरब्रिज से उतर ही रहे थे कि एक अल्टो गाड़ी पर सवार लगभग चार अपराधियों ने पीछे से रमेश तिवारी पर अंधाधुंध फायरिंग करना शुरू कर दिया था।
गोली लगने के बाद रमेश तिवारी बाइक से गिर पड़े।घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी आराम से मैरवा शहर की तरफ निकल गए थे।मौजूद लोगों की मदद से जख्मी रमेश तिवारी को मैरवा रेफरल अस्पताल में भर्ती किया गया।रमेश तिवारी की हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने सदर अस्पताल रेफर कर दिया था।सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने प्रारंभिक इलाज करने के बाद पीएमसीएच पटना रेफर कर दिया था।आपको बता दूँ की अपराधियों की गोली के शिकार रमेश तिवारी जो चर्चित अशोक दुबे हत्याकांड के गवाह एवं आरोपित उमेश तिवारी उर्फ बैज बाबा का भाई था।25 जून की देर शाम गुठनी थाना क्षेत्र के पड़री पंचायत से मुखिया प्रत्याशी रहे सह ठेकेदार पिपरपाती गांव निवासी दुखीनाथ दुबे के पुत्र अशोक दुबे की गुठनी-मैरवा मुख्य मार्ग पर टेकनिया गांव के समीप घात लगाए अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
अशोक दुबे को मैरवा के लंगड़पुरा गांव निवासी दो लोगों ने पूर्व से चल रहे भूमि विवाद मामले को पंचायती से हल निकालने के लिये फोन कर बुलाया था।इस हत्याकांड में उमेश तिवारी उर्फ बैज बाबा गवाह थे।15 जुलाई को पुलिस ने गवाह उमेश तिवारी उर्फ बैज बाबा को बयान दर्ज कराने के लिए बुलायी।लेकिन पुलिस ने इस हत्याकांड में आरोपित करते हुए 17 जुलाई को जेल भेज दिया था।उधर उक्त घटना को लेकर मैरवा थानाध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने कहा कि उक्त घटना प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।दर्ज हुई प्राथमिकी में वरीय पुलिस पदाधिकारी के दिशा निर्देश के आलोक में धाराओं में संशोधित किया जाएगा।दूसरी ओर उन्होंने कहा कि करीब-करीब घटना की तह तक पुलिस पहुंच चुकी है।जल्द ही घटना में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।आगे उन्होंने अनुसंधान प्रभावित होने का हवाला देते हुए कुछ भी बताने से साफ साफ इंकार किया है।