सिवान: प्रत्येक पीड़ित परिवार को मिले 10 लाख व एक नौकरी: भाकपा माले

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भाकपा माले का प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार को दिया सांत्वना

✍️ परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
असांव थाने के कांधपाकड़ में शुक्रवार की सुबह परदादी के निधन के बाद झरही नदी कीनारे घंट बांधने गये पांच लोगों की मौत की घटना की सूचना मिलते भाकपा माले का प्रतिनिधि मंडल मौके पर पहुच पीड़ित परिवार को सांत्वना दिया. भाकपा माले प्रखंड सचिव युगल किशोर ठाकुर के नेतृत्व एक प्रतिनिधि मंडल कांधपाकड़ गांव पहुंचा और पीड़ित परिवार के घर पह़ुंच कर उन्हें ढ़ांढ़स बधाते हुए हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया. प्रतिनिधि मंडल ने मौजूद अधिकारियों से कहा कि हम सरकार पीड़ित परिवार को दस दस लाख का मुआवजा तक एक एक सरकारी नौकरी दे साथ ही झरही नदी तट पर गांव वालों की सुविधा के लिये घाट पर घाट निर्माण कराये. प्रखंड सचिव श्रीठाकुर ने कहा का आज झरही नदी पर घाट बना होता तो शायद इस तरह की घटना नहीं घटती.नहाने के दौरान गहरे पानी मे पैर फिसलने के कारण एक के बाद एक को बचाने के क्रम में घटी यह बीभत्स घटना काफी दुखदायी है. प्रतिनिधि मंडल में पूर्व जिला पार्षद शितल पासवान, जिला पार्षद योगेंद्र यादव, मंजिता कौर, ललन यादव पूर्व प्रमुख, लालबहादूर कुशवाहा, प्रेमचंद राम, चंद्रभान ठाकुर आदि शामिल रहे.

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श्रीराम और बलिराम का परिवार रहता था असांव, दादी के दाह संस्कार में आया था गांव

सहसरांव पंचायत अवस्थित कांधपाकड़ गांव में शुक्रवार को घटी दुर्भाग्यपूर्ण घटना में गुप्ता परिवार के पांच सदस्यों में चार असांव रहते थे. वे सभी अपनी परदादी के मौत के बाद अंतिम संस्कार में शामिल होने पैतृक घर आये थे. असर्फी गुप्ता के तीन पुत्रों में दो पुत्र श्रीराम और बलिराम का पूरा परिवार असांव स्थित मकान पर रहता है. ये लोग असर्फी के माता की मौत के बाद अंतिम संस्कार में भाग लेने पैतृक घर कांधपाकड़ आये थे. ये लोग असांव रहकर ही अपने व्यसाय का संचालन करते है तथा बच्चे पढ़ायी करते है. घटना में मौत के शिकार विकास की एकलौती छोटी बहन नीतू तथा रितेश की इकलौती बहन पूनम है. इस घटना में एक साथ तीन बेटों को खोने के बाद श्रीराम काफी आहत है और घटना के बाद से शुक्रवार संध्या तक सड़क किनारे नर्वस सा पड़े रहे.