छपरा: एक दलित व्यक्ति की मौत ने काफी हंगामा मचा कर रख दिया और इसको लेकर भाजपा के जिला अध्यक्ष और पूर्व विधायक ज्ञानचंद मांझी लगाया कि पुलिस की पिटाई से इसकी मौत हुई है जबकि इसके पिता का कहना है यह शराब पीने का आदी था और इसी के बचाव के लिए उसने खुद पुलिस को बुलवाकर इसको गिरफ्तार करा दिया था । गरखा के पूर्व विधायक ज्ञानचंद मांझी ने बताया कि बुधवार को इसके पिता ने शिकायत कर थाने थाने से पुलिस बुलाकर गिरफ्तार कर आया था ।
जब इसकी हालत खराब हुई तो गरखा थाने की पुलिस इसे पहले जेल लेकर गए जेल ने इसको नहीं लिया तब जाकर गंभीर स्थिति को देखते हुए इसे छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां अहले सुबह 4:00 बजे उसकी मौत हो गई और इसके बाद जब परिजन पहुंचे तो देखा कि इसके शरीर पर लाठी मारने के निशान है और पैर से खून बह रहा है। छपरा सदर अस्पताल में मृतक सिकंदर राम का पोस्टमार्टम हो चुका है।
भाजपा के जिला अध्यक्ष और भाजपा के पूर्व विधायक सहित कई अन्य लोग यहां पर जुटे हुए हैं और एसपी से इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई जा रही है और गड़खा थाना प्रभारी के ऊपर हत्या का केस दर्ज करने की मांग की है। मृतक गरखा थाना क्षेत्र के पीठा घाट थाना क्षेत्र का निवासी था उसका नाम सिकंदर राम था जबकि उसके पिता का नाम वीरा राम है।