- आपराधिक इतिहास खंगालने में जुटी है पुलिस
- वरीय पुलिस पदाधिकारी के पर्यवेक्षण टिप्पणी का इंतजार कर रही है पुलिस
✍️परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
अग्निपथ योजना को लेकर विरोध प्रदर्शन के मामले में आरपीएफ व जीआरपी ने नगर थाना पुलिस टीम के सहयोग से रघुनाथपुर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी सह दक्षिण टोला निवासी मो.कैफ की गिरफ्तारी के बाद दर्ज कांड के अनुसंधानकर्ता द्वारा सिवान शहर के एक बड़े वार्ड स्तर के राजनीतिक धुरंधर को गिरफ्तार करने की रणनीति बना रही है।हालांकि दर्ज कांड के अनुसंधानकर्ता जो वरीय पुलिस पदाधिकारी के पर्यवेक्षण टिप्पणी का इंतजार कर रही है ताकि उन्हें गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में प्रस्तुत करने में सहूलियत मिल सके।बतादें कि पुलिस ने मो. कैफ को गिरफ्तार तो कर लिया लेकिन इस मामले में अभी भी कई ऐसे लोग सफेदी का चोला ओढ़ कर पुलिस की नजर से बचने की फिराक में हैं।जिन्होंने रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए युवाओं को बरगलाने का काम किया था।
मो. कैफ ने आरपीएफ व जीआरपी की संयुक्त रूप से पूछताछ के दौरान शहर के एक वार्ड स्तर के राजनीतिक धुरंधर के नाम से मशहूर,व्यक्ति के नाम का खुलासा पुलिस के समक्ष अपने स्वीकृति बयान में किया है।पूछताछ में मो. कैफ ने उक्त वार्ड स्तर के राजनीतिक धुरंधर के बारे में बताया है उक्त व्यक्ति के हीं बहकावे में युवाओं ने तोड़फोड़ की थी।उक्त व्यक्ति के उकसावे पर ही विरोध प्रदर्शन और बढ़ गया।गिरफ्तार मो.कैफ के स्वीकृति बयान के बाद आरपीएफ व जीआरपी उक्त व्यक्ति का आपराधिक इतिहास को टटोल रही है।हालांकि उक्त व्यक्ति का पुलिस जगत में बहुत लंबा चड़ा आपराधिक इतिहास है।
वहीं इस मामले में जीआरपी एवं आरपीएफ ने अनुसंधान प्रभावित होने का हवाला देते हुए कुछ भी कहने से इनकार कर रही है। आरपीएफ इंस्पेक्टर श्री अजय कुमार यादव से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने भी कुछ साफ तौर पर कहने से इनकार कर दिया।गौरतलब हो कि 16 जून को बिना किसी पूर्व सूचना के स्टेशन यार्ड स्थित गेट संख्या 91 स्पेशल पर हजारों की संख्या में छात्रों के भीड़ द्वारा अग्निपथ योजना के विरोध में रेल परिचालन बाधित करने के उद्देश्य से रेलवे ट्रैक पर आगजनी एवं सिवान स्टेशन पर प्रदर्शन करते हुए रेल परिचालन बाधित कर दिया गया था।वहीं मालगोदाम पर खड़ी इंजन इंजन को भी जलाने का प्रयास किया गया था।