परवेज अख्तर/सिवान : शहर में लगातार बढ़ रहे डेंगू के मामलों के बाद बुधवार को स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम शहर के डेंगू प्रभावित पुरानी किला, शुक्लटोली, चिकटोली व अंसारी मोहल्ला में डोर टू डोर मरीजों की खोज में निकला। गौरतलब है कि इन इलाके से डेंगू के सबसे अधिक सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ देवेश कुमार, वीबीडी यज्ञ प्रसाद शर्मा, कालाजार सुप्रवाइजर प्रदीप ओझा, जावेद व एएनएम शामिल थे। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इलाके के लोगों को डेंगू के लक्षण व उससे बचाव की जानकारी दी। वीबीडी यज्ञ शर्मा ने बताया कि डेंगू प्रभावित इलाकों को फॉगिंग का काम शुरू कर दिया गया। इसके पास आसपास के मखदूम सराय, महाबीरी पथ, तेलहट्टा बाजार, एमएम कॉलोनी, बड़ी मस्जिद व कागजी मोहल्ला जैसे इलाकों में फॉगिंग किया जाएगा। इधर स्वास्थ्य विभाग को डेंगू के मरीजों का सही आंकड़ा नहीं मिल पा रहा है।
सदर अस्पताल से डेंगू के तीन मरीज रेफर
शहर में अब तक डेंगू से पीड़ित मरीजों का सही आंकड़ा नहीं मिल पा रहा है। सदर अस्पताल से अब तक तीन डेंगू के मरीजों को पटना रेफर किया जा चुका है। इसमें शहर के दखिनटोला निवासी राहुल दूबे, हुसैनगंज के सिधवल निवासी उमेश कुमार व चीकटोली के 12 साल के बच्चे आरिफ का नाम शामिल है। राहुल दूबे का 50 हजार के नीचे प्लेटलेट्स होने से बुधवार को उसे पटना रेफर किया गया। वहीं आरिफ का प्राइवेट में इलाज चल रहा था। उसे मंगलवार को परिजन पटना लेकर चले गए। दरअसल डेंगू से पीड़ित ज्यादातर मरीज निजी चिकित्सकों के पास अपना इलाज करा रहे हैं। वहीं कुछ लोग डेंगू के लक्षण दिखते ही मरीज को पटना व गोरखपुर लेकर चले जा रहे हैं।
प्रतिदिन मिल रहे हैं डेंगू के नए मरीज
निजी डॉक्टरों की माने तो वहां प्रतिदिन डेंगू के मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। डॉ संजीव कुमार पांडेय ने बताया कि डेंगू बुखार के मरीज प्रतिदिन आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे घबड़ाने की बात नहीं है। इसका इलाज शहर में संभव है। वहीं मैट्रो लैब के पैथोलॉजिस्ट डॉ अब्दुल वाहिद अयुबी ने बताया कि प्रतिदिन तीन से चार डेंगू के नए मरीज मिल रहे हैं।