- सभी आरोपितों के घर होगी जल्द कुर्की जब्ती का तामिला
- कुख्यात आफताब ने शुक्रवार को किया न्यायालय आत्मसमर्पण
✍️ परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
सिसवन थाना क्षेत्र के ग्यासपुर गांव के समीप सात सितंबर की अल सुबह पुलिस गश्त दल में शामिल जवान की गोली मार कर हत्या करने के मामले में आरोपित पूर्व एमएलसी प्रत्याशी रईस खान,वीरेंद्र राम,अभय यादव के घर सिसवन थाना की पुलिस टीम ने शुक्रवार को इश्तेहार चिपकाया।इस बाबत थानाध्यक्ष श्री राजेश कुमार सिंह ने बताया कि तीनों आरोपित सिपाही बाल्मीकि यादव हत्याकांड के नामजद अभियुक्त है तथा अभी तक फरार है।इश्तेहार चस्पाने के बाद जैसे ही कोर्ट का आदेश प्राप्त होगा सभी आरोपितों के घर की कुर्की जब्ती की जाएगी।यहां बताते चले कि बीते सप्ताह सोशल मीडिया पर सिपाही बाल्मीकि यादव हत्याकांड के आरोपी पूर्व एमएलसी प्रत्याशी रईस खान का एक वीडियो क्लिप वायरल हुआ था।जिसमें अपने आप को वह निर्दोष बताते हुए स्पष्ट तौर पर दिख रहे थे।
अपने आप को वे बेगुनाही का सबूत देने की बात तक कह डाली थी।वायरल वीडियो क्लिप को लेकर संपूर्ण जिले में चर्चा का विषय बना हुआ था।लेकिन यह पुलिसिया जांच का विषय है।वहीं दूसरी ओर जवान बाल्मीकि यादव हत्या मामले में कुख्यात मो.आफताब ने कोर्ट में शुक्रवार को अपने अधिवक्ता के माध्यम से आत्मसमर्पण कर दिया।यहां बताते चले की सिसवन थाना क्षेत्र के ग्यासपुर गांव समीप सात सितंबर की अल सुबह पुलिस गश्त दल पर फायरिंग कर पटना के मसौढ़ी निवासी सह जवान बाल्मीकि यादव की हत्या करने के मामले में फरार नामजद आरोपित कुख्यात मोहम्मद आफताब ने कोर्ट में आत्मसमर्पण किया है।
आफताब जो छपरा अंतर्गत तरैया थाना क्षेत्र के शाहबाजपुर गांव का निवासी है और बाल्मीकि यादव की हत्या कांड में नामजद अभियुक्त है।इसी बीच आफताब ने एसीजेएम चार( 4)के कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया।मोहम्मद आफताब अन्य कई मामलों में भी नामजद अभियुक्त रहा है।उसके विरुद्ध कई मामले न्यायालय में लंबित है।सूत्रों की माने तो पुलिस ने उसके विरुद्ध कुर्की का आदेश भी प्राप्त कर लिया था।आफताब की ओर से बचाव के वरीय अधिवक्ता श्री इष्टदेव तिवारी ने आफताब को एसीजेएम (acjm)4 सह अवर न्यायाधीश त्रयोदश शंभू दास की अदालत में सरेंडर करवाया।पक्षों को सुनने के पश्चात अदालत ने आरोपित कुख्यात मोहम्मद आफताब को न्यायिक हिरासत में लेते हुए जेल भेजे जाने का आदेश पारित कर दिया।पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पुलिस सारे कागजी कोरम पूरा करने के बाद उसे माननीय न्यायालय की अनुमति पर रिमांड पर भी लेगी।ताकि अनुसंधान में और तेजी आ सके।