परवेज अख्तर/सिवान: बसंतपुर के खोरी पाकर का वार्षिक महावीरी अखाड़ा मेला शुक्रवार को शांतिपूर्ण संपन्न हो गई । मेले में काफी भीड़ देखी गई। खोरिपाकर भ्रमस्थान के पास से अखाड़ा गाजे बाजे के साथमेला में पहुंची तथा मेले केबाहर जाकर अपने कला का प्रदर्शन किया। मेला में अर्केष्ट्रा आदि काफी शांतपूर्ण कार्यक्रम चलाया गया । प्रशासन भी मेले में मुस्तैद थी। ड्रोन से भी मेले में निगरानी की जा रही थी।
प्रखंड प्रमुख कन्हैया यादव ने बताया कि सैकड़ों वर्ष पहले 1926 में राजेंद्र बाबू के साथ महात्मा गांधी का यहां आगमन हुआ था, तथा इसी पोखड्डे में बापू स्नान किए थे, उसके बाद जब देश आजाद हुआ, तो स्वस्तंत्रता सेनानियो तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा आपसी सौहार्द के लिए मेले का आयोजन होने लगा, जो दिनों दिन इसका रूप विस्तृत होता जा रहा है ।एल में जलेबी की रही काफी बिक्री, मेले में जलेबी की बिक्री काफी देखी गई, बच्चे से लेकर युआ वर्ग तक सभी ने जलेबी का लुत्फ उठाया ।