परवेज अख्तर/सिवान: दरौली व सिसवन में बीते चार दिनों में सरयू नदी के जलस्तर में कमी आई, लेकिन अभी खतरा बरकरार है। नदी इन दोनों जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बाढ़ विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक बुधवार की सुबह दरौली में सरयू नदी का जलस्तर 61.140 मीटर मापा गया, यहां खतरे का निशान 60.82 मीटर निर्धारित है। दरौली में बुधवार को सरयू खतरे के निशान से 32सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। वहीं सिसवन में बुधवार को सरयू नदी का जलस्तर 57.160 मीटर मापा गया, यहां खतरे का निशान 57.04 मीटर निर्धारित है। अरसिसवन में सरयू नदी खतरे के निशान से 12 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बाढ़ विभाग के कार्यपालक पदाधिकारी नवल किशोर भारती ने बताया कि सरयू नदी का जलस्तर लगातार नीचे गिर रहा है।
स्थिति सामान्य हो रही है। जिस तरह से सरयू का जलस्तर कम हो रहा है ऐसा लगता है कि जल्द ही सामान्य स्थिति हो जाएगी। वहीं जिस दियरा क्षेत्रों में सरयू नदी का पानी पहुंचा है, पानी कम होने से उनकी धान की फसलें दिखाई देने लगी हैं। लोगों में आम जनजीवन सामान्य हो रहा है। दूसरी तरफ दियरा इलाकों से लौटे लोग वे पुन: लौटना नहीं चाह रहे हैं कारण कि वहां जंगली विषैले जीव- जंतुओं का डर उन्हें सता रहा है। उनके ठहरने की जगह पर अभी पानी जमा है इसलिए वे अपने स्वजन, सामान एवं पशुओं के साथ ऊंचे स्थलों पर शरण लिए हुए हैं। ज्ञात हो कि सरयू नदी में आई उफान से तीरबलुआ, ग्यासपुर, बलुआ, मैरीटार समेत दर्जन भर गांव प्रभावित हो गए हैं। लोगों के समक्ष दैनिक सामग्री समेत पशु चारा की भी समस्या हो गई थी लेकिन बाढ़ का पानी कम होने से लोग राहत की सांस ले रहे हैं।