परवेज अख्तर/सिवान: नई शिक्षा व्यवस्था के तहत जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित सरकारी स्कूलों कक्षा एक में अध्ययनरत बच्चों के माता-पिता को बच्चों को शिक्षा से जोड़ने, उन्हें संवेदनशील बनाने एवं लर्निंग गैप को कम करने के लिए गुरुवार को विद्यालय स्तर पर अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी आयोजित की गई। इस दौरान कक्षा एक में अध्ययनरत छात्रों के अभिभावकों से निपुण अभियान, उम्र सापेक्ष ज्ञान अर्जित करने की जरुरत, चहक कार्यक्रम तथा विद्यालय की गतिविधियों, स्कूल लाइब्रेरी आदि पर विस्तृत रुप से चर्चा की गई। साथ ही विद्यालय में शत प्रतिशत नामांकन एवं उपस्थिति, छात्रों में लर्निंग गैप को पाटने, अभिभावक-शिक्षक का समर्थन, मौखिक परीक्षा में बच्चों के प्रदर्शन व अभिभावक की भागीदारी आदि पर चर्चा हुई।
इसके साथ बच्चों की पढ़ाई और स्कूल की प्रगति को लेकर अभिभावकों की राय भी ली गई। वहीं दूसरी ओर बसंतपुर प्रखंड के 29 प्राथमिक विद्यालयों में संगोष्ठी आयोजित की गई। राजकीय प्राथमिक विद्यालय बसंतपुर कन्या में संगोष्ठी के दौरान शिक्षकों ने अभिभावकों से उनके बच्चों को ससमय विद्यालय भेजने या पहुंचाने के लिए कहा। अभिभावकों से आग्रह किया गया कि बच्चों को घर पर बैठाकर अवश्य पूछे कि आज क्या पढ़ाया गया है। जहां भी कमियां मिले उसे दूर करने का प्रयास करना होगा।
वहीं बड़हरिया प्रखंड के संकुलों के विभिन्न विद्यालयों में संगोष्ठी आयोजित की गई। इस दौरान माइक्रो इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट के तहत अभिभावक और बच्चों को जागरूक किया गया। आंदर प्रखंड के राजकिय मध्य विद्यालय असांव, राजकिय मध्य विद्यालय पतार, राजकीय उत्क्रमित मध्य सह उच्च विद्यालय बरवा, राजकीय उत्क्रमित मध्य सह उच्च विद्यालय अर्कपुर समेत महाराजगंज, भगवानपुर हाट, लकड़ी नबीगंज, हुसैनगंज, हसनपुरा, पचरुखी, सिसवन, जीरादेई, नौतन, गुठनी, रघुनाथपुर आदि प्रखंडों में संचालित विद्यालयों में अभिभावकों व शिक्षकों की संयुक्त बैठक हुई।