परवेज अख्तर/सिवान: पांच दिवसीय दीपोत्सव धनतेरस के साथ शुरू हो गया। रविवार को छोटी दीपावली के साथ सोमवार को बड़ी दीपावली मनाई जाएगी। इसको लेकर सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं। घरों में जहां व्यापक पैमाने पर साफ-सफाई की गई है, वहीं बाजारों में दुकानों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। दीपावली को लेकर दो साल बाद लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। लोग घरों में उत्सव मनाने के साथ ही भगवान गणेश व महालक्ष्मी से सुख और समृद्धि की कामना करेंगे। वहीं दूसरी ओर शहर में दीपावली पूजा के एक दिन पूर्व रविवार को काफी संख्या में लोगों की भीड़ धनतेरस की तरह ही देखने को मिली। लोगों ने पटाखों के साथ मिठाई, लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति के अलावा पूजा सामग्री खरीदारी की। सुबह से ही दुकानदारों ने अपनी अपनी दुकानें ग्राहकों के लिए सजा कर रख दी थी। वहीं जैसे जैसे दिन चढ़ता गया, बाजार में लोगों की भीड़ बढ़ती चली गई जो देर शाम तक देखने को मिली। भीड़ ज्यादा होने के कारण शहर की मुख्य पथ से लेकर हर सड़क पर जाम का नजारा भी दिखा। बाजारों में दीया, गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति, कपड़ा, पूजा सामग्री की दुकानें फुटपाथ पर भी सजी हुई देखी गईं। वहीं हर चौक चैराहे पर सजी पटाखा की दुकानें भी बच्चों के बीच आकर्षण का केंद्र बनी रहीं। इन दुकानों पर बच्चे सबसे ज्यादा रुचि के साथ विभिन्न तरह की आतिशों की तलाश करते हुए दिखे।
लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा व मिट्टी के दीये से सजा रहा बाजार :
इस बार मिट्टी के दीये का बाजार अधिक सजा हुआ है। लोग इलेक्ट्रानिक झालर के साथ दीये की भी खरीदारी करते नजर आए। 50 रुपए से लेकर 500 हजार रुपए तक की लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा बिक रही है। त्योहार पर बिक्री के लिए विभिन्न शहरों से निर्मित प्रतिमा मंगाई हैं। इसकी बिक्री सोमवार को भी होगी। लोग अपने समय से हिसाब से लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की खरीदारी करते दिखे। इधर दीपावली पर विभिन्न रंगों में सजावट के फूल, झालर की भी खरीदारी लोगों ने की। कपड़ों के तोरण और झूमर के साथ तरह-तरह की खुशबू बिखेरने वाली विभिन्न आकार की मोमबत्तियां को भी लोगों ने बाजार से खरीदा। दुकानदारों ने बताया कि इससे अधिक भीड़ दीपावली के दिन होगी। शनिवार को जो लोग कार्यालय से घर जा रहे थे। उनलोगों ने ज्यादातर खरीदारी की, लेकिन रविवार को छुट्टी का दिन होने के कारण अत्यधिक लोग बाजार में खरीदारी को निकलेंगे।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी दीपावली की रही धूम :
शहर में जिस तरह से लोगों की भीड़ धनतेरस से दीपावली के एक दिन पूर्व तक दिखी, उसी तरह की भीड़ ग्रामीण क्षेत्रों के बाजारों में भी देखने को मिली। महाराजगंज, दारौंदा, लकड़ी नबीगंज, बसंतपुर, मैरवा, भगवानपुर, बड़हरिया, पचरुखी, रघुनाथपुर, जीरादेई, नाैतन समेत अन्य प्रखंडों के बाजारों में भी देर शाम तक चहल-पहल देखी गई।
मां लक्ष्मी व गणेश की पूजा की तैयारी पूरी :
आंदर के पड़ेजी निवासी आचार्य पंडित उमाकांत पांडेय ने बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार दीपावली का त्योहार कार्तिक कृष्ण पक्ष के अमावस्या तिथि को मनाई जाती है। हिंदू धर्म में यह त्योहार बहुत ही महत्व रखता है। दीपावली का पर्व अंधकार पर प्रकाश के विजय का प्रतीक है। दीपावली पांच दिनों का पर्व होता है। इसमें धनतेरस से भाई दूज तक यह त्योहार मनाया जाता है। दीपावली की शाम लक्ष्मी-गणेश, कुबेर और माता सरस्वती की विशेष पूजा आराधना करने का विधान है।
ये हैं शुभ मुहूर्त :
दीपावली के उपलक्ष्य में सोमवार को लक्ष्मी-गणेश पूजन का शुभ समय शाम 6 बजकर 53 मिनट से रात 8 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। लक्ष्मी पूजन की अवधि 1 घंटा 23 मिनट की है। लक्ष्मी-गणेश पूजन प्रदोष काल में जहां शाम 5 बजकर 43 मिनट से रात 8 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। वहीं और वृषभ काल में शाम 6 बजकर 53 मिनट से रात 8 बजकर 48 मिनट तक होगा।