परवेज अख्तर/सिवान: जिले के अलग-अलग जगहों पर एक महिला समेत दो लोगों की डेंगू से मौत हो गई जबकि तीन लोगों के पीड़ित होने की सूचना है इससे लोगों में हड़कंप है। मृतकों की पहचान मैरवा के मझौली रोड निवासी हिरालाल सोनार के पुत्र शुभम कुमार और बड़हरिया निवासी मो. यासीन की पत्नी सैयदा बानो के रूप में हुई। दोनों मृत लोगों के स्वजनों ने बताया कि इनकी मौत डेंगू से हुई है। जानकारी के अनुसार मैरवा प्रखंड के मझौली रोड निवासी शुभम कुमार की मौत मंगलवार को पटना में इलाज के दौरान हो गई। वह डेंगू से पीड़ित था। दो सप्ताह से इलाजरत था। बताते हैं कि वह युवक दो सप्ताह पहले बुखार से पीड़ित हुआ। मैरवा के एक निजी नर्सिंग होम में कुछ दिन इलाज के बाद बीमारी में सुधार नहीं होने और प्लेटलेस के काफी गिरावट होने के बाद चिकित्सक ने लखनऊ रेफर कर दिया। लखनऊ पीजीआइ में उसका कई दिनों तक इलाज चलता रहा, लेकिन स्थिति बिगड़ती गई।
यह देख कर स्वजन उसे पटना लेकर चले गए। इलाज के दौरान पटना के एक निजी अस्पताल उसकी मृत्यु हो गई। शव घर पहुंचते ही स्वजनों में कोहराम मच गया। आसपास के ग्रामीण स्वजनों को ढाढ़स बंधा रहे थे। वहीं दूसरी ओर बड़हरिया प्रखंड मुख्यालय स्थित सैयदा बानो में चार-पांच दिन पूर्व डेंगू का लक्षण दिखाई दिया। स्वजन उसका इलाज सदर अस्पताल में करा रहे थे जहां उसके स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराए जहां इलाज के दौरान मंगलवार की दोपहर उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद स्वजनों में कोहराम मच गया। मृतका को तीन पुत्र और चार पुत्रियां है। मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता दाऊद खान, फारूक अहमद, संजय, इरफान, सानू खान सहित अन्य लोग स्वजनों को ढाढ़स बंधा रहे थे।
वहीं दूसरी ओर भगवानपुर हाट प्रखंड क्षेत्र के तीन गांवों में एक युवती समेत तीन लोगों के डेंगू से पीड़ित होने से लोगों में दहशत है। इसको लेकर अस्पताल प्रशासन पहले से अधिक सजग हो गया है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी प्रमेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि एक मरीज नेपाल से घर आया है जबकि दूसरा पटना से घर पहुंचा है। दोनों युवक का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है। इसमें एक युवक जगदीशपुर तथा दूसरा सारीपट्टी है। वहीं चोइयापाली गांव की एक युवती डेंगू प्रभावित होने के कारण उसका इलाज पीएमसीएच में चल रहा है। चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया डेंगू प्रभावित मरीजों के घर के आसपास में मलेरिया कार्यकर्ता उपेंद्र सिंह के नेतृत्व में दवा का छिड़काव करा दिया गया है।