परवेज अख्तर/सिवान: बड़हरिया ओमान के मस्कट में नौकरी करने गए बड़सरा निवासी शमसुद्दीन मियां के पुत्र शाह आलम को बंधक बनाकर मजदूरी कराई जा रही है। इस मामले में युवक ने वीडियो शेयर कर सरकार व स्वजनों से स्वदेश लौटने की गुहार लगाई है। वहीं स्वजन काफी चिंतित नजर आ रहे हैं। उसने वीडियो वायरल के माध्यम से आरोप लगाया है कि उसे मस्कट में स्प्रे पेंटर के काम के लिए बुलाया गया था, लेकिन वहां पहुंचा तो वहां के ठेकेदार द्वारा वेल्डिंग का काम करने, ईंट-पत्थर तथा दीवाल तोड़ने के लिए लगा दिया गया।
कभी-कभी सीमेंट की बोरी उठाने को कहा जाता है। इसके अलावा उसे छत की ढलाई आदि कार्य में लगा दिया जाता है। काम नहीं करने पर उसके साथ मारपीट की जाती है। उसने बताया कि मेरे पास रुपये नहीं होने पर भूखे प्यासे रहना पड़ता है। रुपये मांगने पर नहीं दिया जाता है। इस संबंध में मजदूर शाह आलम के पुत्र जहांगीर ने फर्जी एजेंट के विरुद्ध प्राथमिकी कराई है। जहांगीर ने आरोप लगाया है कि एक एजेंट को डेढ़ लाख रुपये दिया गया। उसका पासपोर्ट जब्त कर काम उचित काम नहीं दिया गया तथा उसे बंधक बना धमकाया जाता है तथा ईंट-पत्थर तोड़ने समेत अन्य मजदूरी का काम कराया जाता है। साथ ही उससे कहा जा रहा है कि 50 हजार रुपये घर से मंगाओ, नहीं तो तुम घर नहीं जा सकते।