परवेज अख्तर/सिवान: जंक्शन के अनारक्षित टिकट काउंटर पर अक्सर यात्रियों को टिकट लेने के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता है। यहां अधिकारियों की मनमानी के कारण सिर्फ दो ही काउंटर से टिकटों का लेनदेन किया जाता है। इस कारण काउंटर के बाहर टिकट लेने वाले यात्रियों की अच्छी खासी लाइन अक्सर खने को मिलती है। इन दिनों तो रोजाना ही काउंटर पर हंगामा देखने को मिल रहा है। कभी टिकट के लिए धक्का-मुक्की तो कभी लिंक या काउंटर पर टिकट लेन देन के कारण शोर गुल होने से कई बार स्थिति असहज हो जाती है। इस कारण यात्रियों की भीड़ जंक्शन के मुख्य द्वार तक पहुंच जाती है। अधिकारियों की मनमानी इस हद तक है कि यहां महिलाओं और दिव्यांगों के लिए अगल से कोई टिकट काउंटर की व्यवस्था भी नहीं की जाती है। पुरुषों के बीच में ही महिलाएं भी मजबूरी में खड़ी होती हैं, हालांकि सोमवार को जंक्शन पर तीन काउंटर से अनारक्षित टिकट के लेनदेन का कार्य किया जा रहा था। बावजूद इसके यात्रियों की भीड़ जंक्शन के मुख्य द्वार तक पहुंच गई थी। कई बार टिकट मिलने में देरी के कारण पीछे खड़े यात्री हो हल्ला भी कर रहे थे, बावजूद इसके भीड़ ज्यादा देख छह की जगह तीन ही टिकट काउंटर से काम चलाया गया। शोरगुल सुनकर जीआरपी के जवानों ने किसी तरह आक्रोशितों को समझा बुझा कर शांत कराया।
चारों एटीवीएम मशीन विभाग ने हटाया
बता दें कि अनारक्षित टिकट के लिए जंक्शन पर चार एटीवीएम मशीन लगाई गई थी। इससे यात्री आराम से अनारक्षित टिकट बिना किसी झंझट के ले कर अपनी यात्रा करते थे लेकिन कोरोना काल के समय रेलवे ने एटीवीएम मशीन को बंद कर दिया। इस कारण चारों मशीन खराब हो गईं, और एक वर्ष पूर्व चारों मशीन को जंक्शन से हटा लिया गया।
कहते हैं अधिकारी
भीड़ के अनुसार काउंटर चलाया जा रहा है। कभी तीन तो कभी दो काउंटर से यात्रियों को टिकट दी जा रही है। यात्रियों को कोई परेशानी नहीं हो रही है।
विशाल कुमार सिंह, डीसीआइ
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