परवेज अख्तर/सिवान: मैरवा रेफरल अस्पताल में डेंगू की जांच का काम एक सप्ताह से बंद पड़ा है। डेंगू जांच का किट उपलब्ध नहीं रहने से जांच संभव नहीं हो रहा है। मरीजों को निजी क्लीनिक की तरफ रुख करना पड़ रहा है। वहां जांच महंगा होने से मरीजों और उनके स्वजन को जेब ढीले करने पड़ रहे हैं। इससे स्थानीय लोगों विशेषकर डेंगू पीड़ित परिवार की परेशानी बढ़ गई है। उधर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि क्षेत्र में डेंगू के मामले नगण्य हैं जबकि प्राइवेट पैथोलाजी संचालकों का कहना है कि जांच में डेंगू पाजिटिव के मामले अभी सामने आ रहे हैं। रेफरल अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक शाहिद अली का कहना है कि डेंगू के मामले सामने नहीं आ रहे हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि अस्पताल में डेंगू जांच के किट उपलब्ध नहीं है, लेकिन इसकी मांग विभाग से की गई है।
वहीं बताया जा रहा है कि अस्पताल में एक सप्ताह से डेंगू जांच के किट उपलब्ध नहीं रहने से जांच नहीं हो रही है जबकी मैरवा क्षेत्र के कई परिवार के लोग उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और लखनऊ में अपना इलाज करा रहे हैं। उधर नगर पंचायत भी इसको लेकर ज्यादा गंभीर नहीं दिख रहा है। फागिंग मशीन किसी न कसी वार्ड में देखने को मिल रही है, लेकिन वार्ड वासियों का कहना है कि अभी भी कई वार्डों में फागिंग नहीं कराई गई है। डेंगू के प्रसार को देखते हुए सफाई की व्यवस्था भी और बेहतर करने की जरूरत है। नगर पंचायत द्वारा डीडीटी का छिड़काव कराया जा रहा है। नवका टोला निवासी एक शिक्षिका ने बताया कि दवा छिड़काव करने नगर पंचायत के कर्मी पहुंचे थे लेकिन उन्होंने सिर्फ कोरम पूरा किया। घर के बाहर ही छिड़काव कर लौट गए। जब उन्हें घर के अंदर छिड़काव के लिए कहा गया तो यह कहते हुए इन्कार कर दिया कि इसका आदेश उन्हें नहीं मिला है।