कुछ ब्रांच में तो आपात स्थिति में बजाए जाने वाले अलार्म भी नहीं
परवेज अख्तर/सिवान: सिवान शहर में लगभग दो दर्जन से अधिक बैंकों की शाखाएं हैं। इन बैंक शाखाओं में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए लेकिन मौजूदा हकीकत यह है कि अधिकांश बैंक की शाखा की सुरक्षा भगवान भरोसे है। अधिकांश बैंक का संचालन बिना किसी सुरक्षा गार्ड के हो रहा है, हालांकि कुछ बैंकों द्वारा सुरक्षा गार्ड की तैनाती की गई हैं लेकिन अन्य प्राइवेट या सरकारी बैंक शाखाओं में सुरक्षा गार्ड नजर नहीं आते हैं। इतना ही नहीं सुरक्षा गार्ड की कौन कहे कुछ ब्रांच में तो आपात स्थिति में बजाए जाने वाले अलार्म भी नहीं है।
प्रतिदिन बैंकों में आने वाले ग्राहक बनते हैं शिकार
जिले में प्रतिदिन कहीं ना कहीं बैंक से रुपये निकासी कर वापसी करने वाले उपभोक्ताओं के साथ लूट या छिनतई की घटना होती है। बैंकों में आने जाने वाले संदिग्धों से पूछताछ या उन्हें रोकने टोकने वाले सुरक्षा कर्मियों की तैनाती नहीं होने के कारण ये सीधे तौर पर बैंक में प्रवेश कर ग्राहकों की रेकी करते हैं और सुनसान जगह पर लूट या छिनतई की घटना को अंजाम देते हैं।