परवेज अख्तर/सिवान: रबी की फसल में पैदावार बढ़ाने के लिए सिंचाई के बाद यूरिया की सख्त आवश्यकता होती है, लेकिन किसानों भी इस समय पर्याप्त मात्रा में यूरिया नहीं मिल रही है इस कारण उनमें आक्रोश देखा गया है और मंगलवार को किसानों ने अपनी नाराजगी व्यक्त करत हुए बिस्कोमान कार्यालय पर प्रदर्शन किया। जानकारी के अनुसार बड़हरिया प्रखंड मुख्यालय स्थित बिस्कोमान कार्यालय के समक्ष यूरिया नहीं मिलने से नाराज किसानों ने प्रदर्शन किया। किसानों का कहना था कि तीन दिन से सुबह से ही कतार में खड़े होने के बावजूद भी उन्हें यूरिया नहीं मिल पा रही है। किसान बिस्कोमान प्रभारी पर ऊंची दर में कालाबाजारी करने का आरोप लगा रहे थे। प्रदर्शन करने वालों में विश्वनाथ शर्मा, शंकर यादव, मनन सिंह, योगेंद्र ठाकुर, जितेंद्र प्रसाद, तारालाल सिंह, हरेंद्र यादव, वकील गिरि, संतोष कुमार, मोहन महतो आदि शामिल थे।
इस संबंध में बिस्कोमान प्रभारी धीरेंद्र कुमार और प्रेम कुमार ने बताया कि बिस्कोमान में 500 बोरी यूरिया पहुंचा था, जो किसानों के बीच वितरण कर दिया गया। कम यूरिया आने के कारण बिस्कोमान बंद करना पड़ा। एक सप्ताह में पुन: यूरिया आने पर किसानों के बीच वितरण किया जाएगा। वहीं आंदर प्रखंड मुख्यालय स्थित बिस्कोमान के समक्ष यूरिया लेने के लिए किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी। कुछ किसानों को यूरिया मिली। अधिकांश किसान बिना यूरिया लिए घर लौटे। जिन किसानों को यूरिया नहीं मिली वे बिस्कोमान प्रबंधक के विरुद्ध प्रदर्शन करने लगे। हंगामा की सूचना मिलते ही थाने की टीम मौके पर पहुंची और किसानों को शांत कराने में जुटी रही। इस संबंध में बिस्कोमान प्रबंधक चंदन कुमार ने बताया कि 500 बोरा यूरिया आया हुआ था।
सोमवार को 250 बोरा यूरिया का वितरण कर दिया गया। शेष 250 बोरा यूरिया का वितरण किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर भगवानपुर हाट में यूरिया की कमी से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उर्वरक विक्रेता हाथ खड़ा कर दे रहें है कि यूरिया नहीं है। जिन दुकानदारों के पास यूरिया है वे कम 350 रुपया प्रति बैग बेच रहे हैं जबकि सरकारी दर 266.50 रुपये है। उर्वरक दुकानदार उसी ग्राहक को यूरिया देते हैं जो उनसे नैनो यूरिया अथवा कैल्शियम खरीदते हैं। दुकानदारों का कहना है कि सरकार का निर्देश है कि यूरिया उसी को दिया जाए जो नैनो यूरिया अथवा कैल्शियम लेता है। इस स्थिति में किसान काफी परेशान हैं।
इस कारण किसानों पर दोहरा आर्थिक बोझ पड़ रहा है। प्रखंड कृषि पदाधिकारी बीरेंद्र कुमार मांझी ने बताया कि किसानों द्वारा शिकायत मिलने पर विक्रेता के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रखंड क्षेत्र में पांच पैक्स सहित कुल 35 लाइसेंसी उर्वरक विक्रेता हैं। अभी दुकानदारों को मूल्य तालिका दुकान पर लगाने का निर्देश है। वहीं बसंतपुर मुख्यालय स्थित बिस्कोमान में यूरिया के लिए किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी है। किसानों को 50 किलो यूरिया की बोरी के लिए 270 रुपये देने पड़ते हैं, इसमें पालदारी भी शामिल है। यूरिया के लिए दो काउंटर खोले गए हैं। आधार कार्ड से पर्ची निकालकर दूसरे काउंटर पर रुपये जमाकर खाद प्राप्त किया जा रहा है।
बिस्कोमान प्रबंधक के अनुसार किसानों को पर्याप्त मात्रा में यूरिया मिल जा रहा है। यहां कोई कमी नहीं है। वहीं गुठनी में यूरिया के लिए किसानों क भीड़ उमड़ पड़ी, लेकिन यूरिया नहीं मिलने से किसानों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा। बिस्कोमान प्रबंधक प्रभाकर राणा ने बताया कि 600 बोरा यूरिया का आवंटन था जिसे किसानों के बीच सोमवार को ही बांट दिया गया है। फिर यूरिया आने पर वहीं हसनपुरा के रजनपुरा पैक्स अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने मंगलवार को रजनपुरा स्थित क्रय केंद्र पर सैकड़ों किसानों के बीच इफ्को यूरिया का वितरण किया। पैक्स अध्यक्ष ने कहा कि किसानों के यूरिया खाद की जरूतों को देखते हुए सैकड़ों किसानों में सरकारी दरों पर खाद मुहैया कराया गया। इस मौके पर किसान उमेश भगत, जय नारायण सिंह, अनीश सिंह, प्रशांत सिंह, उमेश्वर कुशवाहा, विनोद कुमार, रमेश कुमार आदि उपस्थित थे।