✍️परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
सिवान जिले में करीब एक सप्ताह से पड़ रही कड़ाके की सर्दी से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शीतलहर के कारण मानो जिंदगी थम सी गई है। बुधवार को पूरे दिन सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। कंपकपाती ठंड व शीतलहर ने हाड़ कंपा दिए हैैं। ठंड इतनी बढ़ गई कि हाथ-पांव कमरों के भीतर भी सुन्न रहे। बुधवार को न्यूनतम तापमान जहां 8 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गई। ठंड के कारण बाजारों में सन्नाटा रहा। घरों से लोग बेहद जरूरी सामान खरीदने के लिए बाजार पहुंचे। इस दौरान दुकानदार भी अलाव के सहारे रहे। हालांकि ठंड के कारण बाजारों में गर्म कपड़ों की मांग बढ़ गई हैै। दुकानों पर लोग गर्म कपड़े खरीदने पहुंच रहे थे। जबकि अन्य दुकानों पर करीब-करीब मंदी की स्थिति देखने को मिल रही थी।
राहत को लेकर लोग कमरे में जला रहे अंगीठी :
जिले में करीब एक सप्ताह से पड़ रही कड़ाके की ठंड से राहत पाने के लिए लोग कमरे में अंगीठी जला रहे हैं। वहीं बहुत सारे घरों में ब्लोअर व हीटर का भी प्रयोग किया जा रहा है। वहीं चौक चौराहों पर राहगीरों के लिए अलाव की व्यवस्था स्थानीय प्रशासन व जनप्रतिनिधियों द्वारा की जा रही है।
लगातार बढ़ रही ठंड से ठिठुर रहे पशु :
ठंड व शीतलहर से मानव जीवन के साथ ही पशुओं की मुश्किलें भी बढ़ गई है। ठंड से पशु-पक्षी ठिठुरते नजर आ रहे हैं। इसका सबसे अधिक असर दुधारु पशुओं में दिख रहा है। वहीं इनके पानी पीने की क्षमता भी कम हो गई है। ऐसे में मवेशी भी दूध कम करने लगे हैं। ठंड बढ़ने के चलते पशु कोल्ड एक्सपोजर के शिकार होने लगे हैं। इससे पशुपालकों की चिंता और बढ़ गई हैै।