- रईस को गिरफ्तार करने दिल्ली, कोलकाता, मध्यप्रदेश सहित कई राज्य तक गई थी पुलिस
- 2016 में हुई थी रईस की गिरफ्तारी, 50 हजार का था इनाम
✍️परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
सिवान जिला अंतर्गत सिसवन थाना क्षेत्र के ग्यासपुर गांव समीप सात सितंबर की अल सुबह गश्त दल पर फायरिंग कर पटना के मसौढ़ी निवासी सह पुुलिस जवान बाल्मीकि यादव की हत्या करने के मामले में नामजद आरोपित रईस खान को घटना के चार माह बाद भी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। रईस खान अभी भी फरार है।उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस दिल्ली, कोलकाता, मध्यप्रदेश, छपरा, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर तक खाक छान चुकी है, लेकिन उसे कुछ खास हाथ नहीं लगा।रईस खान के बारे में अभी तक पुलिस को कुछ भी सुराग नहीं मिला है।स्थानीय लोगों में ऐसी चर्चा है कि पुलिस को कुख्यात बदमाश रईस खान के ठिकाने का पता है, लेकिन उस पर हाथ डालने से कतरा रही है।मामले में एसपी श्री शैलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि रईस खान की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।बतादें कि इस संबंध में थानाध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने कुख्यात बदमाश रईस खान,वीरेंद्र राम,अभय यादव एवं आफताब अहमद को नामजद करते हुए सात आठ अज्ञात बदमाशों के विरुद्ध सिसवन थाना कांड संख्या 221/22 प्राथमिकी कराई थी।
यहां बताते चलेें कि बलिदानी पुलिस जवान बाल्मीकि यादव हत्याकांड के नामजद आरोपी रईस खान के विरुद्ध इसके अलावा कई बड़े-बड़े संगीन मामले दर्ज हैं कई मामलों का निष्पादन न्यायालय द्वारा कर दिया गया है जबकि अभी भी कई मामले इनके विरुद्ध न्यायालय में विचाराधीन है।2021में समाजसेवी बनकर उभरे रईस खान ने कहा था कि अपराध जगत से तौबा करने के बाद मैं समाजिक कार्यों में रुचि ले रहा हूं। इस दौरान रईस खान ने संपूर्ण जिले का दौरा कर आम जनमानस के बीच अपनी गुनाहों से तौबा कर लेने की बात को दोहराते हुए भावी एमएलसी पद के प्रत्याशी बने,संपूर्ण जिले में सघन दौरा के दौरान सबसे पहले उन्होंने अपने आप को जदयू समर्थित प्रत्याशी बताकर दौरा की शुरुआत की,लेकिन एनडीए गठबंधन में ताल मेल न होने के कारण सिवान की सीट भाजपा के खाते में चली गई और यहां से मनोज कुमार सिंह प्रत्याशी बनाए गए,उधर रईस खान यहांं से बागी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़े।
इस दौरान उनको त्रिस्तरीय पंचायत में चुने हुए जनप्रतिनिधियों का इतना स्नेह व आशीर्वाद मिला की वे यहां से भाजपा समर्थित प्रत्याशी मनोज कुमार सिंह को तीसरे नंबर पर ले जाकर खड़ा कर दिए। बहरहाल मामला चाहे जो हो सिसवन में पुलिस जवान बाल्मीकि यादव हत्याकांड के बाद फिर से अपराध जगत के सुर्खियों में आए रईस खान को लेकर जिले में कई तरह के अटकलों का बाजार गर्म हो गया।हालांकि पुलिस जवान बाल्मीकि यादव हत्याकांड में आरोपित रईस खान अपने आप को निर्दोष बताते हुए इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं।आरोपित रईस खान का कहना है कि मैं इस घटना में बिल्कुल निर्दोष हूं।मुझे एक षड्यंत्र व सजिश के तहत मेरे विरोधी खेमे के लोगों द्वारा षड्यंत्र रचा जा रहा है।
2016 में हुई थी रईस की गिरफ्तारी, 50 हजार का था इनाम
29 मई 2016 को सिवान के तत्कालीन एसपी श्री सौरभ कुमार साह ने रईस खां की गिरफ्तारी के लिए 50 हजार का इनाम घोषित किया था।रईस को एसआईटी ने 2016 में गिरफ्तार किया था।इसके पास से एके 47 सहित कई अत्याधुनिक असलहे भी मिले थे। सिसवन थाना क्षेत्र के ग्यासपुर स्थित नीलमणि के बगीचा से गिरफ्तार किया गया था।रईस खान की तलाश सिवान के चर्चित पचरुखी के दवा व्यवसायी टिंकू सिंह के अपहरण व हत्या के मामले में थी।बता दें कि रईस खां को 2015 में मोस्ट वांटेड घोषित किया गया था।