✍️परवेज अख्तर/एडिटर इन चीफ:
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार की दोपहर करीब एक बजे समाधान यात्रा के तहत सिवान के महराजगंज प्रखंड के सोनवर्षा स्थित मदरसा अरिबया नइमिया पहुंचे और उसका निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत के क्रम में कहाकि इस बार उन्होंने जानबूझ कर इस यात्रा की शुरुआत की है क्योंकि उन्हें यह देखना है कि योजनाओं की वास्तविकता क्या है और क्या-क्या करना है। इसमें मदरसों का जीर्णोद्धार भी मुख्य रूप से है। पढ़ाई के अलावा यहां विज्ञान, कंप्यूटर सहित अन्य विषयों की जानकारी दी जा रही है देखा बहुत अच्छा लगा।
अब ये लोग चाहते हैं कि मदरसा का विस्तार किया जाए, तो उसे कर देंगे। मैंने सुझाव दिया कि इस मदरसा के भवन के ऊपर ही और निर्माण कराया जाए, नजदीक में ही मदरसा बोर्ड की जमीन है। उक्त जमीन पर हास्टल बनाएं। सरकार हरसंभव मदद करेगी। मदरसों में पहले किसी को कुछ नहीं मिलता था, धीरे धीरे सबकुछ शुरू हुआ। योजनाओं के निरीक्षण के बारे में उन्होंने कहाकि समाधान यात्रा का उद्देश्य यही है कि आमजन के लिए शुरू की गई योजना का लाभ कितना मिल रहा है । इसके बाद मुख्यमंत्री सोनवर्षा गांव में भ्रमण को पहुंचे।
जहां महादलित विकस मिशन की लड़कियों ने हाथों में सामाजिक कुरीतियों को दूर करने से संबंधित तख्ती लेकर संदेश दिया। जिसे देख मुख्यमंत्री भी प्रसन्न हुए और सभी महिलाओं व युवतियों से सबकुछ ठीक है ना पूछा। इसके पूर्व मुख्यमंत्री पचरुखी प्रखंड के सुपौली गांव स्थित दलित-महादलित टोला पहुंचे, जहां उन्होंने विभिन्न योजनाओं की धरातलीय स्थिति देखी। इस दौरान गांव के लोगों ने मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद संध्या में नीतीश कुमार ने शहर के नगर भवन में जीविका दीदियों संग संवाद किया और समाहरणालय में समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री के साथ वित्त मंत्री विजय नारायण चौधरी, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान, डीजीपी आरएस भट्टी, जिलाधिकारी अमित कुमार पांडेय, एसपी शैलेश कुमार सिन्हा व अन्य पदाधिकारीगण मौजूद थे।
साभार दैनिक जागरण