परवेज अख्तर/सीवान:- जिले के महाराजगंज प्रखंड के कसदेवरा के कई मजदूर गुजरात में फंस गए हैं। टेघड़ा पंचायत के मुखिया डॉ. राजाराम राय ने बताया कि साबरकांठा जिला में कथित तौर पर 14 माह की मासूम बच्ची के साथ रेप के बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। वे अपना गुस्सा बिहारियों के साथ-साथ पूरे उत्तर भारत के लोगों पर निकाल रहे हैं। खासकर बिहारी मजदूरों को निशाना बनाया जा रहा है। मजदूरों को पलायन करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। प्रखंड के कसदेवरा के स्व. चंद्रमा मांझी के पुत्र धनु मांझी, मनु मांझी व सोनू मांझी इसी गांव के रामायण मांझी का पुत्र विशाल मांझी, दुखन मांझी का पुत्र पप्पू मांझी, मुकुंद मांझी का पुत्र अच्छेलाल मांझी व संतोष मांझी गुजरात में फंसे हुए हैं। ये सभी लोग वहां कंपनी में मजदूरी करते हैं। मुखिया ने बताया कि हिंसा के बाद सभी लोग काफी दहशत में जी रहे हैं। किसी तरह चोरी छिपे फोन पर घटना की जानकारी दी है। वहां फंसे लोगों ने बताया कि स्थानीय लोग उत्तर प्रदेश व बिहार के लोगों को निशाना बना रहे हैं। ठेले को पलटने की घटना हो रही है, तो कहीं रिक्शा चालक को पीटा जा रहा है। जबकि घरों में तोड़फोड़ भी हो रही है। मजदूरों ने बताया कि हमलोग किसी तरह यहां से निकलने के प्रयास में हैं। बताया कि गुजरात के हिम्मतनगर शहर के गांभाई पुलिस थाने इलाके में भावपुर गांव के पास स्थित एक कंपनी में 14 माह की बच्ची के साथ दुष्कर्ण की घटना हुई। लोगों का आरोप है कि दुष्कर्म की घटना को कंपनी के वर्कर द्वारा अंजाम दिया गया है। मुखिया ने वहां फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने की मांग स्थानीय प्रशासन से की है।
भय के माहौल के कारण लौट रहे सीवान के लोग
गुजरात के हिम्मतनगर में एक मासूम से रेप की घटना के बाद लोग हिंसक हो गये है। गुजरात में यह मामला हिंसक रूप लेने लगा है। विवाद के बढ़ने के बाद हिंसक माहौल के कारण सीवान के लोग वापस लौटने लगे है। गुजरात के एक क्षेत्रीय संगठन द्वारा परप्रांतीय लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। बिहार और यूपी के लोग दूसरे राज्य से होते हुए घर वापस आ रहे हैं। वहां के माहौल को देखकर बिहार व यूपी के लोग महाराष्ट्र और राजस्थान में शरण ले रहे हैं। गुजरात के बावला में सीवान के रहने वाले उपेन्द्र श्रीवास्तव एक कंपनी के जीएम हैं। हिंसक वारदात के बाद उनके मिल में कामकाज प्रभावित हो गया है। उन्होंने बताया कि घटना को लेकर पूरे बिहारी लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। बिहार के रहने वाले लोगों को प्रदेश से बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है। यहां सीवान के सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं। अधिकांश फैक्ट्री में काम करने वाले लोग बिहार और यूपी के रहने वाले हैं। गुजरात में हिंसक घटना के बाद सीवान में रहने वाले लोग परिजनों को लेकर परेशान हैं।