परवेज अख्तर/सिवान: जिले के गुठनी थाना क्षेत्र के सरकारी बंगरा गांव स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में शुक्रवार को ग्रामीणों ने विद्यालय में अनियमितता बरतने का आरोप लगा ताला जड़ कर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना था कि प्रधानाध्यापिका लक्ष्मी सिन्हा की मनमानी से विद्यालय की शिक्षण व्यवस्था बदतर हो गई है। विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत बीइओ, डीईओ, डीएम, डीपीओ से भी की है। आवेदन में लिखा है कि विद्यालय में पिछले दो साल से एमडीएम कभी-कभी बनता है और ना ही विद्यालय समय से खुलता है।
प्रधानाध्यापिका लक्ष्मी सिन्हा भी समय से विद्यालय नहीं आती है और ना ही आज तक विद्यालय की चारदीवारी कराई है। इस कारण छात्र-छात्राएं खुलेआम घूमते रहते हैं। विद्यालय का विकास मद का रुपया कहां खर्च होता है किसी का मालूम नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय शिक्षा समिति में अपने ही मर्जी से सचिव एवं सदस्य का चुनाव कर लिया जाता है। किसी भी ग्राम सभा का आयोजन कर चुनाव प्रक्रिया नहीं हुआ है।
ग्रामीणों द्वारा एमडीएम न बनाने, शौचालय निर्माण में धांधली, पेंटिंग में गड़बड़ी, शिक्षकों पर लापरवाही बरतने, समय से स्कूल ना आने, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित न करने, विकास राशि में गड़बड़ी करने, छात्र छात्राओं की उपस्थिति कम होने का आरोप लगाया। हंगामा की सूचना पर बीईओ तारकेश्वर गुप्ता और ग्राम सेवक मुंतजिर अंसारी ने प्राध्यापिका को बीआरसी में तत्काल योगदान देने का आदेश दिया, लेकिन ग्रामीण डीएम, एडीएम, एसडीओ, डीईओ को आने तक विद्यालय में तालाबंदी करने का निर्णय लिया। समाचार प्रेषण तक ग्रामीण अपनी मांगो को लेकर अड़े हुए थे। मौके पर मुखिया प्रतिनिधि गजराज राम, सरपंच रामसागर यादव, महंत सिंह, केदार प्रसाद, विकास यादव आदि मौजूद थे। वहीं प्रधानाध्यापिका लक्ष्मी सिन्हा ने ग्रामीणों के आरोप को निराधार बताया।