परवेज अख्तर/सिवान : सोमवार को लोकनायक जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि मनाई गई। इस मौके पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई। शहर के जेपी चौक पर जिला लोकतंत्र सेनानी परिषद, जेपी सेनानी परिषद के तरफ से लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा सभी माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर 1942 के करो और मरो संघर्ष में अपने को पूर्ण संपूर्णकारी, विप्लवकारी क्रांति के अग्रदूत लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जीवनी पर प्रकाश डाला गया। वहीं छात्र 1974 छात्र आंदोलन के नायक व्यवस्था परिवर्तन तथा संपूर्ण क्रांति पुरोधा जिन मूल्यों नीतियों, निष्ठाओं की चर्चा करते हुए महात्मा भाई ने कहा कि लोक नायक ने व्यवस्था परिवर्तन के सातों आयामों का विश्लेषण करते हुए पटना के गांधी मैदान में साफ शब्दों में कहा था कि मित्रों यह संघर्ष बहुत लंबे समय चलने वाला है। शांत हो जाइए, सामाजिक,आर्थिक, शैक्षणिक, राजनैतिक, सांस्कृतिक, बौद्धिक तथा अध्यात्मिक क्रांति को समझना होगा। लोकनायक ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भ्रष्टाचार मिटाना होगा नया बिहार बनाना होगा, शिक्षा के आमूल परिवर्तन करना होगा, जनप्रतिनिधि अगर गलत होगा तो उन्हें बदलना होगा। इसलिए गांव-गांव में छात्र संघर्ष समिति, जनसंघर्ष समितियों का गठन करना होगा,जब तक यह आंदोलन जनआंदोलन नहीं बनेगा तब तक चुपचाप नहीं बैठना होगा। श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों में सुरेश राय, सुनील कुमार सिन्हा, हरिशंकर यादव,रामाशीष यादव, श्रीनिवास प्रसाद, अक्षयलाल प्रसाद, कुमार विश्वनाथ आदि शामिल थे। वहीं जीरादेई प्रखंड क्षेत्र के जयप्रकाश उच्च विद्यालय विजयीपुर के भवन में सोमवार को लोकनायक जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि मनाई गई। विद्यालय के प्रधानाध्यापक कृष्ण कुमार सिंह ने कहा कि जयप्रकाश बाबू समतामूलक समाज के निर्माता थे। उनके पदचिह्नों पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस मौके पर शिक्षक क्रमशः बृजकिशोर यादव, वंदना सिन्हा, घनश्याम सिन्हा, अंगद प्रसाद, ओमप्रकाश कुमार,दिग्विजय सिंह, रामप्रवेश यादव आदि उपस्थित थे।
पुण्यतिथि पर याद किए गए लोकनायक जयप्रकाश नारायण
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