परवेज अख्तर/सिवान: इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों में जूता-मोजा पहनकर प्रवेश करने पर पूरी तरह से रोक थी। वहीं जो अभ्यर्थी जूता पहनकर परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे थे। उनको मुख्य प्रवेश गेट पर ही जूता उतरवा दिया जा रहा था। परीक्षा केंद्र के मुख्य द्वार पर ही केंद्राधीखक, प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस बल की सहायता से परीक्षार्थियों की शारीरिक जांचोपरांत, उनके प्रवेश पत्र देखकर परीक्षा कक्ष में प्रवेश की अनुमति दी जा रही थी।
परीक्षा को कदाचारमुक्त संचालन एवं विधि व्यवस्था संधारण के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के निर्धारित मानकों के अनुरूप प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर सशस्त्र पुलिस बल, महिला पुलिस बल, स्टैटिक दंडाधिकारी, गश्ती दंडाधिकारी एवं जोनल दंडाधिकारी सह उड़नदस्ता दंडाधिकारी, सुपर जोनल दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई थी।
पार्किंग की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण आरओबी पर खड़ी रहीं गाड़ियां :
परीक्षा के दौरान शहर में चरमराई ट्रैफिक व्यवस्था के पीछे मुख्य कारण पार्किंग की सुविधा नहीं होना है। इस कारण दूर दराज से परीक्षा देने के लिए बड़े वाहनों से पहुंचे परीक्षार्थियों को केंद्र के बाहर छोड़कर वाहन चालक अपनी चारपहिया वाहनों को आंदर ढाला ओवरब्रिज पर खड़ी किए हुए थे।