गुठनी के कई पंचायतों में दम तोड़ रही नल जल योजना

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करीब 60 वार्डों में नल जल योजना पूरी तरह फेल, दस पंचायतों में 133 वार्ड में लगे कई नल जल है अधूरा

परवेज अख्तर/सिवान: जिले के गुठनी प्रखंड में लगे नल जल योजना पूरी तरह दम तोड़ती दिखाई दे रही है। राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और शहरी इलाकों के प्रत्येक घरों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना था, लेकिन अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता ने इस महत्वाकांक्षी योजना पर पानी फेर दिया है। जानकारी के अनुसार प्रखंड के करीब 133 वार्डों में इस योजना का शुभारंभ किया गया था। इसमें करीब 60 वार्डों में नल जल योजना पूरी तरह बंद हो गई है या उनसे किसी तरह की सप्लाई लोगों तक नहीं पहुंच पाती। आश्चर्य की बात तो यह है कि इसकी जांच में अधिकारियों को बंद पड़े नल जल योजना नहीं दिखाई पड़ती। ग्रामीणों का कहना है कि अधिकतर नल जल योजना में लूट खसोट की गई है जिससे इस महत्वाकांक्षी योजना को अंजाम तक नहीं पहुंचाया जा सका।

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करीब 60 वार्डों में बंद हैं नल जल योजना :

प्रखंड में नल जल योजना में धांधली का आलम यह है की करीब 60 से अधिक वार्डों में योजना पूरी तरह बंद हो गई है। इसमें बलुआ में करीब पांच, बेलौर में सात, जतौर में 11, टड़वा में 12, सोहागरा में 6 नल जल पूरी तरह बंद है। वहीं करीब आधा दर्जन पंचायतों में लगे इस महत्वाकांक्षी योजनाओं का बुरा हाल है। ग्रामीणों की माने तो अधिकारियों जनप्रतिनिधियों की उदासीनता और लापरवाही से स्वच्छ जल पर उन तक पहुंच नहीं पा रहा है। वहीं अधिकारी इस पूरे मामले में लीपापोती करने में जुटे हुए हैं।

निरीक्षण में नहीं होता है दोषियों पर कार्रवाई :

योजना जहां पूरी तरह और सफल साबित हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि बुधवार व गुरुवार को होने वाले निरीक्षण में अधिकारियों को इनकी गड़बड़ियां क्यों नहीं दिखाई देती है। जहां जहां ग्रामीणों द्वारा बंद की शिकायत की गई है। उन लोगों पर आखिर क्यों नहीं करवाई की गई। ग्रामीणों की माने तो अधिकारियों की कार्रवाई पर ही प्रश्नचिह्न खड़ा होता है। वही लोगों ने मुख्यमंत्री, जल संसाधन मंत्री, मुख्य सचिव समेत राज्य के वरीय अधिकारियों से जांच की मांग की है। इस संबंध में बीडीओ आनंद प्रकाश ने बताया कि जिले से इसके मेंटेनेंस की एजेंसी बनी हुई है। हालांकि ऐसे काम न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा।