परवेज अख्तर/सिवान: जिले के आंदर प्रखंड के पड़ेजी गांव स्थित कुटिया धाम में मारुति नंदन महायज्ञ के लिए बुधवार को यज्ञ सरंक्षक त्यागी महाराज के सानिध्य हाथी-घोड़े व बैंड बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा में दर्जनों गांवों से काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। कलश यात्रा यज्ञ स्थल से आरंभ होकर भगवानपुर, सूर्यबलिया, सोनकरा होते हुए रकौली सरयू नदी घाट पहुंची जहां यज्ञाचार्य मृत्युंजय मिश्रा द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ जल भरी की गई। उसके बाद कलश यात्रा पतार, डेहुरा, शिवरी, बारी टोला, असांव, बरवा, तियाय गांव होते हुए महायज्ञ स्थल पर पहुंची।, जहां विधि विधान से महायज्ञ शुरू हो हुआ।
कलश यात्रा में साधु-संतों की टोली चल कलश यात्रा की शोभा बढ़ा रही थी। हर-हर महादेव, जयश्रीराम व जयहनुमान के उद्घोष से वातावरण भक्तिमय हो गया। आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि कलाकारों की मंडली प्रतिदिन दिन एवं रात में रामलीला एवं रासलीला का मंचन करेगी। साथ ही प्रवचन का आयोजन किया जाएगा। यज्ञाचार्य ने बताया कि कलश ग्लोब का प्रतीक माना गया है। इसमें संपूर्ण देवता समाहित रहते हैं। कलश भरने से जीवन में वैभव और मंगल कामनाओं की वृद्धि होती है। महायज्ञ की पूर्णाहुति चार मार्च को की जाएगी।