परवेज अख्तर/सिवान: जिले के सिसवन प्रखंड के चैनपुर मुबारकपुर स्थित मां मंगला भवानी मंदिर परिसर में चल रहें रामकथा के दूसरे दिन शुक्रवार की शाम शिव-पार्वती की विवाह प्रसंग सुन श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। कथा व्यास प्रेम भूषण महाराज ने शिव पार्वती विवाह का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि दक्ष ने एक यज्ञ किया। इसमें अन्य देवताओं को निमंत्रण दिया, लेकिन शिव को नहीं बुलाया।
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सती अनिमंत्रित पिता के यहां गई और यज्ञ में पति का भाग न देखकर उसने अपना शरीर त्याग दिया। इस घटना से क्रोधित होकर शिव ने अपने गणों को भेजा जिन्होंने यज्ञ का विध्वंस कर दिया। शिव सती के शव को कंधे पर लेकर विक्षिप्त घूमते रहे। यज्ञ में अपना पूजन न होने पर भगवान शंकर एक बार भयंकर भड़के थे और दक्ष प्रजापति का अश्वमेध यज्ञ नष्ट करवा दिया था। इस मौके पर काफी संख्या में श्रोता उपस्थित थे।