परवेज अख्तर/सिवान: जिले के जी.बी. नगर थाना क्षेत्र के तरवारा बाजार अतिक्रमण का शिकार हो गया है, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ज्ञात हो कि तरवारा बाजार स्थित इंदिरा चौक से पांच मुख्य सड़कें निकलती हैं जिसमें तरवारा से पचरुखी, बड़हरिया, महाराजगंज, बसंतपुर तथा सिवान जिला मुख्यालय तक जाती है। सभी सड़क के किनारे फुटपाथ को दुकानदारों द्वारा अवैध रूप से ठेला खोमचा, फल-सब्जी की दुकान लगाकर कब्जा कर लिया गया है। यही नहीं एनएच 227 ए पर अतिक्रमण होने से सड़क संकीर्ण हो गई हैं जिससे बड़े वाहनों के आने पर पैदल चलने वाले राहगीरों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है । इस दौरान हमेशा जाम की समस्या बनी रहती है। इस कारण हमेशा अप्रिय घटना घटने की संभावनाएं बनी रहती है, जिसको लेकर तरवारा बाजार वासियों में काफी रोष व्याप्त है।
बाजार वासियों का कहना है कि बाजार में सभी सड़कों किनारे अतिक्रमणकारियों द्वारा अवैध रूप से शेड, लकड़ी, गिट्टी, बालू, पान की गुमटी रख कर दोहरी कमाई की जा रही है। वहीं थाना तक जाने वाली सड़क को भी अतिक्रमणकारी नहीं छोड़ पा रहे हैं और सब्जी की दुकान लगा कर संकीर्ण कर दिए हैं। जब भी किसी बड़े पदाधिकारियों, मंत्रियों तथा राजनेता के आने की सूचना होती है तो स्थानीय प्रशासन चौक से वाहनों को हटाकर सड़क जाम हटवाती है, जबकि उक्त स्थान को अवैध कब्जा किया गया है।
अगर सड़क से अतिक्रमण हटा दी जाती तो यह समस्या उत्पन्न नहीं होती और ना ही किसी के आवागमन में परेशानी होती। सबसे मजे की बात तो यह है कि जब भी कोई अप्रिय घटना घटती है तो अंचलाधिकारी पचरुखी अतिक्रमण हटाने के लिए तत्पर होते हैंं, लेकिन कुछ दिन बीत जाने के बाद अतिक्रमण हटवाने की बात ठंडे बस्ते में डाल दिए जाते हैं, जिसको लेकर तरवारा बाजार की जनता में काफी नाराजगी है। इस संबंध में पूछे जाने पर अंचलाधिकारी धर्मनाथ बैठा ने बताया कि अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया में काफी जटिलता होने के कारण अभी तक अतिक्रमण नहीं हट पाया है। अगर पीडब्ल्यूडी सड़क के जिला अभियंता सड़क की पैमाइश कराकर मेरे यहां रिपोर्ट करेें तो पुलिस बल के साथ तरवारा को अतिक्रमण मुक्त कराया जा सकता है।