परवेज अख्तर/सिवान: पटना उच्च न्यायालय में सेवारत न्यायाधीश न्यायमूर्ति डाक्टर अनिल कुमार उपाध्याय की असामयिक निधन की सूचना की पुष्टि होने के बाद संघ द्वारा लिए गए निर्णय के आलोक में सभी अधिवक्ता शुक्रवार को न्यायिक कार्य से अलग रहे। उनके असामयिक निधन को लेकर संघ भवन में अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष शंभू दत्त शुक्ला की अध्यक्षता में शोक सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अधिवक्ता संघ के सभी वरीय एवं कनीय अधिवक्ता उपस्थित थे। इस मौके पर न्यायमूर्ति डा. अनिल उपाध्याय के व्यक्तित्व के सभी ने भूरि-भूरि प्रशंसा की। वे सिवान भी पधार चुके हैं।
इसलिए उनके प्रति सभी अधिवक्ताओं पदाधिकारियों ने अपनी गहरी संवेदना प्रकट की। वह कुछ समय से अस्वस्थ थे तथा उनका इलाज चेन्नई के चिकित्सालय में हो रहा था। अचानक स्थिति बिगड़ने के पश्चात एक मार्च की देर रात्रि में उनका निधन हो गया। सूचना मिलने के पश्चात न्यायिक पदाधिकारियों के साथ अधिवक्ताओं के बीच भी शोक की लहर दौड़ गई। इस प्रकार परंपरा का निर्वहन करते हुए सिविल कोर्ट सिवान के अधिवक्ताओं ने किसी भी न्यायालय में अपनी उपस्थिति नहीं दर्ज कराई और कोई न्यायिक कार्य नहीं किया जा सका। इस अवसर पर संघ सचिव प्रेम कुमार सिंह के साथ अन्य वरीय अधिवक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए।