✍️परवेज अख्तर/सिवान: महाराजगंज प्रखंड के सुरवीर गांव निवासी वैध कृष्णचंद्र पांडेय के पुत्र वैद्य प्रभात चंद्र पांडेय 15 मार्च को दारौंदा थाना क्षेत्र के रगड़गंज में सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे। उनका इलाज पटना में चल रहा है जहां शुक्रवार की शाम इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उनका शव शनिवार की सुबह उनके निवास स्थान बाटा मोड़ पर लगा गया जहां काफी संख्या में लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। उनका शव पहुंचते ही पत्नी माला देवी, पुत्री, भाई शिक्षक प्रतापचंद्र पांडेय आदि के चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया। वे अपने पीछे पत्नी, चार पुत्री, भाई समेत हरा भरा परिवार छोड़ गए हैं। वैद्य प्रभातचंद पांडेय मिलनसार एवं मृदुभाषी थे। उनका परिवार कई पुश्तों से वैदिक चिकित्सा पद्धति से ग्रामीणों का नि:शुल्क सेवा करता आ रहा है।
ज्ञात हो कि वे 15 मार्च की सुबह अपनी निजी कार से अपनी पुत्री को लाने के लिए मुजफ्फरपुर जा रहे थे। इसी दौरान दारौंदा थाना क्षेत्र के रगड़गंज गांव के समीप एक अनियंत्रित ट्रैक्टर को साइड देने के दौरान उनकी कार गढ्डे में पलट गई और वे गंभीर रूप से घायल हो गए। स्वजन उन्हें इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराए जहां चिकित्सक द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया तथा सिवान से पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। उनका पटना स्थित एक अस्पताल में चल रहा था जहां इलाज के दौरान शुक्रवार की शाम उनकी मौत हो गई। उनकी मौत पर अखिलेश कुमार पांडेय, अशोक कुमार पांडेय, शक्ति शरण प्रसाद, रामबाबू प्रसाद, सुप्रिया कुमारी, कृष्णा प्रसाद, डा. मृत्युंजय कुमार सिकु, डा. अजय कुमार, डा. दिनेश चंद्र श्रीवास्तव आदि ने शोक व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी है।