यात्रियों को जीआरपी और आरपीएफ का नहीं है भय
परवेज अख्तर/सिवान: एक तरफ रेलवे विभाग द्वारा यात्रियों को जागरूक करने का अभियान चलाया जाता है। वहीं बड़ी संख्या में यात्री ट्रेनों के पायदान पर बैठकर यात्रा कर रेलवे नियमों को मुंह चिढ़ाने का करते हैं। यह हाल तब है जब निरंतर ट्रेनों से गिरकर मौत की खबरें आम हो गई हैं। हकीकत यह है कि ट्रेनों में चलने वाला स्कार्ट भी पायदान पर बैठ यात्रा करने वाले यात्रियों की देख अपना मुंह मोड़ लेते हैं। इससे उनके हौसले और बुलंद हो जाते हैं। ऐसे में प्रतिदिन रेलवे नियमों का उल्लंघन हो रहा है, लेकिन आरपीएफ एवं जीआरपी सबकुछ जानकर अंजान बने बैठे हैं। लंबी दूरी से आने वाली ट्रेनों के जनरल और स्लीपर बोगी में यात्री पायदान पर यात्रा करते हुए नजर आते हैं। इन यात्रियों को जीआरपी और आरपीएफ के जवानों का भी भय नहीं होता है।
दिव्यांग व महिला कोच पर भी कब्जा :
ट्रेनों में दिव्यांग व महिला कोच में भी सामान्य यात्रियों का कब्जा रहता है। रेलवे के बार बार अभियान चलाने के बाद भी यात्री इन कोचों में सवार होकर यात्रा करना नहीं छोड़ रहे हैं। सबसे अधिक परेशानी महिला यात्रियों को यात्रा के दौरान होती है। महिला कोच में पुरुष यात्रियों का कब्जा रहने से वे अपने आप को असहज महसूस करती हैं।
कहते हैं अधिकारी
ट्रेनों के पायदान पर सफर करने वाले यात्रियों पर कार्रवाई की जाती है। वहीं जागरुकता अभियान भी चलाया जाता है।
कन्हैया सिंह, इंस्पेक्टर आरपीएफ