✍️परवेज़ अख्तर/एडिटर इन चीफ:
इबादत के महीने रमजान के पहले जुमे की नमाज जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित मस्जिदों में अदा कर गुनाहों से तौबा की गई। नमाज अदा करने को लेकर जिले के सभी मस्जिदों में अकीदतमंदों की भीड़ रही।अकीदतमंदों ने सामूहिक रूप से खुदा के सजदे में नमाज अदा कर देश में अमन चैन के साथ खुशहाली के लिए दुआएं मांगी। मस्जिदों में जगह कम होने पर कई जगहों पर सड़कों पर भी नमाज पढ़ी गई। सबसे ज्यादा भीड़ शहर के लगभग सभी मस्जिदों में हुई। जुमे की नमाज अता करके मुसलमान भाईयों ने गरीबों को दान दिया। मस्जिद में नमाज अदा करने के लिए बड़ों के साथ बच्चे भी पहुंचे थे,महिलाएं घर में ही जुमे की नमाज अदा की।ऐसा मानना है कि जुमा के दिन मस्जिद में नमाज अदा करने से गुनाहों की माफी होती है। इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार हर मुसलमान के लिए जुमे का नमाज जरूरी है। साथ ही रमजान के दौरान पड़ने वाले जुमे की नमाज को तो और भी अधिक अहमियत दी गई है। सेराजुल मदरसा के मोहतमीम मुफ्ती महफुजुर्र रहमान ने बताया कि रमजान मुबारक की पहली रात आती है तो जहन्नम के सारे दरवाजे बंद हो जाते है। माहे रमजान के इस्तकबाल के लिए जन्नत को पूरे साल सजाया जाता है। यह रमहतों व बरकत का महीना है। पूरे महीने रोजदारों पर रहमत और बरकत बरसता है। इफ्तार के पहले मांगी गई दुआएं अल्लाह पूरा करता है।
यहां पढ़ी गई जुमा की नमाज :
शहर के बड़ी मस्जिद, दरबार मस्जिद, चौक बाजार स्थित ग्यारहवीं मस्जिद, श्रीनगर मस्जिद, नवलपुर मस्जिद समेत टड़वां मस्जिद, जियांय स्थित मस्जिद, सदर प्रखंड के मौला नगर मस्जिद, खालिसपुर मस्जिद, बाघड़ा स्थित मस्जिद समेत जिले के सभी गांवों में मौलाना की मौजूदगी में मोमिनों ने नमाज अदा की। नमाज के समय सभी मस्जिद अकीदतमंदों से भरी रही। वहीं दूसरी ओर जीरादेई,गुठनी,मैरवा,नौतन, हसनपुरा,बड़हरिया,हुसैनगंज, गोरेयाकोठी,पचरुखी,दारौंदा, बसंतपुर, भगवानपुर हाट, लकड़ी नबीगंज,दरौली,आंदर, रघुनाथपुर, सिसवन, महाराजगंज प्रखंडों में स्थित मस्जिदों में नमाज अदा की गई।